नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि साल के एक निश्चित समय में सभी चुनाव करवा लिये जाने चाहिये. पीएम ने कहा कि अलग-अलग समय में विभिन्न चुनावों को करने से देश का मैन पॉवर और पैसे की बर्बादी होती है. अगर सभी चुनावों को एक साथ करवाया जाये तो इससे देश का समय और पैसा दोनों बचेगा. एक टीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में शुक्रवार को पीएम ने कहा कि इसके लिये सभी पार्टियों को साथ आना होगा.
प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि उन्हें विदेश नीति की जानकारी नहीं थी लेकिन एक ‘साधारण व्यक्ति’ होने की वजह से वे अन्य देशों के नेताओं से आसानी से घुल-मिल जाते हैं. उन्होंंने कहा, ” मैं चाहे दुनिया के कितने ही ताकतवर देश के नेता के साथ खड़ा हूं, मेरे दिमाग में यही होता है कि मैं सवा सौ करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करता हूं.”
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को लेकर आलोचना सही है. लेकिन आज गूगल के जमाने में आरोप ज्यादा लगते हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी के अलावा भी केन्द्र सरकार ने कई काम किये हैं जिसकी चर्चा की जानी चाहिये. उन्होंने केन्द्र सरकार की योजनाओं को गिनाते हुये कहा कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना से लोगों को बैंकिग व्यवस्था से जोड़ा गया, वहीं मिशन मोड में स्कूलों में चार लाख शौचालय बने हैं. उन्होंने कहा कि तीन करोड़ 30 लाख परिवारों को गैस सिलेंडर दिये गये हैं. इसके साथ ही एलइडी बल्ब बांटने से 14 करोड़ रुपये की बिजली की बचत हुई है.
भारत की विदेश नीति पर चर्चा करते हुये कहा कि दुनिया पहले दो खेमों में बंटी हुई थी, लेकिन आज के समय में सभी देश एक-दूसरे के साथ दोस्ती करता है और साथ-साथ भिन्नताएं भी रखता है. किसी देश का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि किसी एक देश के पीछे जाने के बजाय सभी देशों को साथ में लाकर ही आगे बढ़ा जा सकता है.