शिमला. हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य को करारा झटका लगा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ईडी ने उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह की 2 कंपनी की 5.6 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है. ईडी की इस कार्यवाही के बाद वीरभद्र परिवार की कुल 40 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है.
ईडी ने सितम्बर, 2015 में वीरभद्र सिंह, उनके बेटे व अन्य लोगों पर पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था. ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक आपराधिक शिकायत के संज्ञान में आने पर इस मामले को दर्ज किया. सीबीआई ने 31 मार्च को आरोप पत्र दाखिल किया था, जब उच्च न्यायालय ने वीरभद्र सिंह व उनकी पत्नी पर बेहिसाब संपत्ति मामले में एफआईआर रद्द करने से इंकार कर दिया था. वीरभद्र सिंह ने दावा किया था कि प्राथमिकी दर्ज करना बदले की राजनीति का नतीजा है.
क्या है मामला..
ईडी वीरभद्र सिंह व उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ 2009 व 2011 के बीच उनकी आय के ज्ञात स्रोतों की तुलना में 6.1 करोड़ रुपये की अधिक संपत्ति जुटाने के आरोपों की जांच कर रहा है. इस दौरान वीरभद्र सिंह केंद्रीय इस्पात मंत्री थे.