भारतीय जनता पार्टी के द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए राम नाथ कोविंद का नाम सामने आने पर विपक्ष आलोचनाओं में लगा हुआ है.विपक्ष का कहना है कि उनका नाता आरएसएस से है इसलिए उन्हें इस पद के लिए चुना गया. यही सवाल जब भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से पूछा गया तो वे भड़क गये और कहा कि क्या आरएसएस वाले पाकिस्तान से आये हैं. देश को गर्व होना चाहिए कि देश को एक राष्ट्रवादी राष्ट्रपति मिलने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि जब देश में एक चायवाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो एक दलित देश के सर्वोच्च पद पर क्यों बैठ नहीं सकता. साथ ही यह भी कहा कि देश में साधारण आदमी भी बड़ी सफलता हासिल करके किसी भी मुकाम पर पहुँच सकता है. राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन 28 जुलाई को होने हैं और एक जुलाई तक नाम वापस लेने की अंतिम तारीख है.
रामनाथ कोविंद का नाम घोषणा होने का बाद वह तुरंत पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गये थे. दिल्ली पहुंचकर उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर उनका आभार व्यक्त किया.