शिमला. हिमाचल चुनाव में मतदान को लेकर हिमाचलियों ने गुरुवार को एक नया इतिहास बनाया है, लेकिन तकरीबन राज्य के पचास हजार ऐसे भी मतदाता थे जो वोट नहीं डाल सके.
मतदान को लेकर दिल से तमन्ना रखने वाले लोगों की यह चाह इस विधानसभा चुनाव में पूरी नहीं हुई है. क्योंकि चुनावी मौसम में बीमारी ने इन्हें पहले ही जकड़ लिया. आलम यह है कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में 800 से अधिक मरीज गंभीर बीमारी और सर्दी जुखाम से जूझ रहे हैं. जबकि कैंसर क्षेत्रीय अस्पताल में दाखिल मरीजों की संख्या अलग है. तकरीबन एक हजार लोग कांगड़ा के टाण्डा अस्पताल में भर्ती है. छोटे अस्पतालों में भी सैंकड़ों की संख्या में मरीज दाखिल है.
आईजीएमसी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक रमेश चंद का कहना है कि हिमाचल के आईजीएमसी, टाण्डा, क्षेत्रीय, जिला व स्थानीय अस्पतालों में हजारों लोगों का इलाज चल रहा है. इसके अलावा पीजीआई, एम्स जैसे अस्पतालों में भी इलाज चल रहा हैं. जो लोग चलने फिरने लायक थे और मतदान करना चाहते थे, प्रशासन ने किसी को नहीं रोका.