हमीरपुर(बड़सर). बाबा बालक नाथ की नगरी दियोटसिद्ध में लोगों को आने-जाने के लिये काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन आंखे मूंदे बैठा है और उसकी नाक के ठीक नीचे प्राइवेट नंबर की गाड़ियां सवारियों को बिठा रही हैं. इससे भी बड़ी दिक्कत ये है कि गाड़ी मालिक लालच में आकर 8 सीट में 15 सवारियों को बिठाती है. लोगों को मजबूरी में इन्ही गाड़ियों में बैठना पड़ता है.
बिना टैक्स भरे ये गाड़ी चालक सरकार को चूना लगा रहे हैं. बताते चलें कि दियोटसिद्ध से शाहतलाई के लिए क़रीब 30 गाडि़यां सवारियां ढोती हैं. जिनमें ज्यादातर निजी गाड़ियां हैं. वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि कुछ गाड़ियां ऐसी भी हैं, जिन्होंने टैक्सी नंबर की प्लेट तो लगा रखी है पर काफी समय से उन्होंने टैक्स नहीं भरा है.
ये सभी वाहन चालक बिना डरे दियोटसिद्ध से शाहतलाई सवारियां उठाते हैं. इन्हें पूछने वाला भी कोई नहीं है. बताते चलें कि एक वाहन चालक शाहतलाई से चकमोह में स्थित शिक्षण संस्थान के लिए रोजाना 15 गाड़ियां चलती है. लोगों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस गाड़ियों में आठ सवारियां बैठ सकती हैं, लेकिन ज्यादा रुपये कमाने के चक्कर में 16 सवारियां तक भर ली जाती है. अगर कहीं भी कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? लोगों ने पुलिस प्रशासन से ऐसे गाड़ी चालकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है.