नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में इस वक्त बाढ़ का खतरा बना हुआ है. बाढ़ को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने गाइडलाइन्स जारी करने के साथ ही हरियाणा सरकार को जिम्मेदार बताया है. दिल्ली प्रशासन का कहना है कि यमुना में पानी का स्तर मंगलवार तक खतरे के निशान को पार कर जाएगा.
जिससे यमुना किनारे रहने वाले लोगों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है. सरकार ने बाढ़ को देखते हुए यमुना किनारे रहने वाले लोगों को सचेत रहने के लिए कहा है.
दिल्ली में टूटा 20 साल का रिकॉर्ड
दिल्ली में शनिवार को बारिश 24 घंटे तक जारी रही. इस दौरान करीब 150 मिमी से अधिक बारिश हुई. जो की पूरे मानसून का 15 प्रतिशत है. जोरदार बारिश की वजह से कई जगह जलभराव हो गया. इस कारण दिल्ली सरकार ने अपने सभी अधिकारियों और मंत्रियों की छुट्टी कैंसिल कर दी और उन्हें वापस ड्यूटी पर बुलाया. खुद PWD मंत्री कई जगहों पर मुआयना करती दिखी.
दिल्ली में बाढ़ के लिए हरियाणा जिम्मेदार-अतिशी
भारी बारिश की वजह से दिल्ली में बने बाढ़ के हालात पर PWD मंत्री आतिशी ने कहा कि “पिछले 24 घंटों में 150 मिमी से अधिक बारिश हुई. 40 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. अब हम 150 मिमी बारिश के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर रहे हैं. सभी मंत्री सुबह से ही मैदान में हैं.” दिल्ली में बाढ़ के लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि खट्टर सरकार ने हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जिसके बाद दिल्ली में बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए हैं.
आज खतरे के निशान को पार कर जाएगी यमुना
भारी बारिश और हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने के बाद से ही यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक रविवार की दोपहर एक बजे यमुना का जल स्तर 203.18 मीटर था और चेतावनी का स्तर 204.5 मीटर है, जो कि मंगलवार को 205.33 मीटर को पार कर जाएगा. इससे राजधानी दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
स्कूल-कॉलेज बंद करने के निर्देश
भारी बारिश को देखते हुए दिल्ली और आसपास के इलाके गाजियाबाद नोएडा में स्कूल बंद रहेंगे. इसका आदेश जारी कर दिया गया है. गुरुग्राम जिला प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा गया है कि गुरुग्राम जिले में आने वाले सभी सरकारी और निजी स्कूल को बड़े जनहित में और छात्रों की सुरक्षा के लिए कल यानी 10 जुलाई को बंद रहने का निर्देश दिया गया है.