असम में बाढ़ की स्थिति नाजुक बनी हुई है. ब्रम्हपुत्र का पानी खतरे के निशान से उपर बह रहा है. दैनिक हिन्दुस्तान के मुताबिक मंगलवार को असम में डूबने से 6 लोगों की मौत हो गयी. इसके साथ ही बाढ़ से अबतक मरने वालों की संख्या बढ़कर 40 हो गयी है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सोमवार तक बाढ़ की वजह से असम के 12.55 लाख लोग प्रभावित हैं.
बाढ से लोगों के मरने के साथ ही रोड, पुल और अन्य संरचना भी प्रभावित हुए हैं. असम में बहने वाली नद ब्रम्हपुत्रा के साथ ही बारक और उनकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक 71 जिलों के 20,000 लोगों को 71 अस्थायी राहत शिविरों में भेजा गया है.
पश्चिमी असम का लखीमपुर जिला सर्वाधिक प्रभावित है. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-15 पर कई जगह तेज बहाव के साथ पानी बह रहा है. इस वजह से लखीमपुर और दहेज जिला का संपर्क पूरी तरह से कट गया है. इसके साथ ही अरूणाचल प्रदेश के 6 जिलों का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से कट गया है. अरुणाचल प्रदेश सरकार ने सभी जिला प्रशासन को अलर्ट जारी किया है. राज्य सरकार ने संपर्क टूटने की स्थिति में खाने-पीनी के सामान, पेट्रोलियम और अन्य आवश्यक चीजों की आप के पर्याप्त भंडार जमा रखने के आदेश दिए गए हैं.
NEEPC के रंगानंदी पनबिजली घर से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने की वजह से सबमीरीन जिले में बाढ़ का पानी बढ़ गया. इसके बाद NDRF और SDRF की टीम ने 1,100 लोगों को बाढ़ से सुरक्षित बचाया.
बाढ़ की वजह से काजीरंगा नेशनल पार्क में पानी भर गया है. वहां अभी भी आधे जानवर फंंसे हुए हैं.