शिमला: हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है. लगातार हो रही बारिश के चलते लैंडस्लाइड का जो खतरनाक सिलसिला शुरू हुआ, वह अभी तक नहीं रुका. राज्य में अब तक भूस्खलन और बारिश से कई लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि, अलग-अलग जगहों पर कई इमारतें जमींदोज हो गईं हैं.
वहीं पोंग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण कांगड़ा जिले के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है, जिससे भारी संख्या में लोग वहां फंसे हुए हैं.
इस बीच सीएम सुक्खू ने ट्वीट कर बताया कि, ‘पोंग बांध के पास कांगड़ा के निचले इलाकों से 800 से अधिक लोगों को निकाला गया, क्योंकि बांध में जल स्तर बढ़ने के कारण गांव से संपर्क टूट गया है. सीएम आगे कहा कि, निकासी अभियान अभी भी जारी है और अधिक से अधिक लोगों को गांव से बाहर निकाला जा रहा है.’
वहीं सीएम ने आगे बताया कि, ‘राज्य में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. फिलहाल राहत और बचाव का काम किया जा रहा है. हम फंसे हुए लोगों को बचाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. चंडीगढ़-शिमला 4-लेन राजमार्ग सहित अन्य मुख्य सड़कें खोली गईं. हालांकि, अन्य रास्ते चालू करने में समय लगेगा.’
राज्य की 857 सड़कों पर यातायात बंद
राज्य में 12 में से 11 जिलों में 857 सड़कों पर यातायात अवरुद्ध है और 4,285 ट्रांसफार्मर और 889 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं. कुल्लू से सूचना अभी प्राप्त नहीं हुई है. राज्य में मानसून के दौरान बादल फटने और भूस्खलन की कुल 170 घटनाएं हुई हैं और करीब 9,600 मकान आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं.