हमीरपुर(भोरंज). ए.पी.एम.सी. चेयरमैन प्रेम कौशल ने कहा कि भोरंज विधानसभा क्षेत्र का विकास करवाने के लिए किसी मंत्री या मुख्यमंत्री की जरूरत नहीं है. इसके लिए एक फाइटर विधायक का होना आवश्यक है. कौशल भोरंज विश्रामगृह में एक पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि भोरंज में मुख्यमंत्री और मंत्री देख लिए लेकिन भोरंज को मिला क्या? पिछले 30 वर्षों से अगर भोरंज का विकास भाजपा को नजर नहीं आता तो इसके लिए भी धीमान परिवार ही 30 सालों से जिम्मेदार है.
कांग्रेस बनाम भाजपा
कौशल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की छाया में रहकर उन्होने केवल अपने हितों की पूर्ति की है. भोरंज में जितने भी कार्यालय वर्तमान में हैं वे सभी कांग्रेस पार्टी की ही देन हैं. मुख्यमंत्री ने ही सी.एच.सी. भोरंज का सिविल अस्पताल का दर्जा दिया है. इसके लिए अन्य सुविधाएं भी शीघ्र ही प्रदान कर दी जाएंगी.
सिविल अस्पताल के मुद्दे पर वर्तमान विधायक अनिल धीमान सफेद झूठ बोलकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. इस मौके पर एक्स सर्विस मैन वैल्फेयर बोर्ड के डायरैक्टर के. कृष्ण चंद, डी.सी.सी. मेंबर राजकुमार, उपप्रधान पवन कुमार व सुरेंद्र अवरोल इत्यादि मौजूद रहे.
कौशल ने कहा कि 21 फरवरी, 2014 को राज्यपाल ने अधिसूचना जारी कर सी.एच.सी. भोरंज को सिविल अस्पताल का दर्जा दिया है. अगर विधायक के पास विधानसभा में पूछे गए प्रश्न की रिकार्डिंग या उसका कोई लिखित जवाब है तो वह उसे जनता के बीच लेकर जाएं.
उन्होंने कहा कि विधायक की अगुवाई में जो ज्ञापन हाल ही में एस.डी.एम. भोरंज को सौंपा गया है वह केवल भाजपा की 30 वर्षों की नाकामियों का चिट्ठा है. विधायक जब भोरंज के बी.एम.ओ. थे तब उन्होंने भोरंज अस्पताल की समस्या को अपने पिता के ध्यान में क्यों नहीं लाकर भोरंज के अस्पताल को सिविल अस्पताल बनाया. क्योकि उस समय तो उनके पिता मंत्री थे. वीरभद्र ने भोरंज को सिविल अस्पताल कर अपग्रेड किया है. रही बात इसमें सुविधाओं की तो वह एक सतत प्रक्रिया है, जिसके तहत यह सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.