शिमला. हिमाचल में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक बार फिर एक्टिव हो रहा है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने कल से अगले 2 दिन तक कुछ शहरों में ओलावृष्टि होने का येलो अलर्ट जारी किया. यह चेतावनी किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर सभी 10 जिलों को दी गई है.
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के मध्यम और अधिक ऊंचाई वाले कुछ इलाकों में आज भी बारिश होने का पूर्वानुमान है. 17-18 मार्च को प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश हो सकती है. कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है. तापमान में भी कमी आएगी.
अधिकतम तापमान डिग्री सेल्सियस में
- बिलासपुर 30.5
- हमीरपुर 29.2
- सुंदरनगर 28.9
- कांगड़ा 28.8
- मंडी 27.8
- धर्मशाला 27.0
- सोलन 27.0
- चंबा 26.4
- नाहन 25.2
- शिमला 20.0
- मनाली 19.0
ओलावृष्टि का भी अलर्ट
मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने सेब बागवानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं, क्योंकि प्रदेश में इन दिनों सेब की फ्लावरिंग हो रही है. फ्लावरिंग पर ओलावृष्टि नुकसानदायक होती है. इससे फूल झड़ जाते हैं. ओलावृष्टि के बाद तापमान में अचानक गिरावट होती है, जो अच्छी नहीं मानी जाती है. इसी तरह ओलावृष्टि किसानों की फूलगोभी, मटर और टमाटर की फसल को भी नुकसान पहुंचा सकती है. प्रदेश में पहले ही एक लाख हेक्टेयर से ज्यादा भूमि पर किसानों की फसलों को इस बार 95 करोड़ का नुकसान हो चुका है. अब किसानों को ओलावृष्टि के कारण नुकसान की चिंता सती रही है.
बारिश प्रदेश के लिए जरूरी
प्रदेश में इस बार सर्दियों में ही सूखे जैसे हालात बन गए गए हैं. बीते साल नवंबर और दिसंबर में भी सामान्य से 50 फीसदी तक कम बारिश हुई. इस साल एक जनवरी से 28 फरवरी के बीच भी 38 फीसदी कम और मार्च के पहले 15 दिन में भी 85 फीसदी कम बारिश हुई है. ऐसे में बारिश किसानों के लिए संजीवनी का काम करेगी.