मंडी(सरकाघाट). उपमंडल सरकाघाट क्षेत्र के लोगों ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, योजना के तहत हजारों फार्म भर कर भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, शास्त्री भवन दिल्ली भेजे जा रहे है.
इस योजना कि जानकारी कहीं भी नहीं मिल रही है और सरकाघाट में फार्म धड़ा-धड़ बिक रहे हैं. क्षेत्र की महिलाएं ,बच्चियां और पुरुष दूर-दूर से फार्म लेने सरकाघाट पहुंच रहे हैं. कहा जा रहा है कि 8 वर्ष से 33 वर्ष की महिलाओं को भारत सरकार की ओर से 2 लाख मिलेगें.
फार्म में प्रति बेटी को अपना बैंक खाता, आधार नंबर सहित अन्य जानकारी मांगी गई है तथा स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान से सत्यपित करवाए जा रहा है.
जब इस योजना की सत्यता जानने के लिए भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की साईट पर देखा तो वहां एेसी कोई योजना भारत सरकार ने नहीं चलाई है. कुछ लोग इस योजना को प्रधानमंत्री मोदी से भी जोड़ रहे है और चुनावों के समय इस योजना को गरीब लोगों को बता कर राजनितिक लाभ लेने के लिए खुब भुनाया गया है.
राज कुमार, वन्दना, सोमा, शिला, शबनम, सकुन्तला देवी, मनीषा, कामनी ठाकुर, पूनम, कमलेश, राजेश ,रामप्रकाश, सीता राम आदि ने बताया कि एक दूसरे से पता चलने पर फार्म भर दिए.
उन्होंने कहा अगर यह योजना नहीं चलाई गई है तो विभाग के नाक तले फार्म भरे गए और विभाग मूकदर्शक क्यों बना रहा. इसके लिए विभाग भी बराबर जिम्मेवार है.
उधर महिला एवं बाल विकास अधिकारी आरआर भारद्वाज ने बताया कि जिन्होंने हमसे पूछा उनको हमने कहा कि इस तरह की योजना हमारे ध्यान में नहीं है और न ही केंद्र या राज्य सरकार के कोई इस प्रकार के आदेश दिए गए हैं.