नई दिल्ली. स्वास्थ्य कर्मी गीता वर्मा को विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्लूएचओ) ने अपने कैलेंडर में जगह दी है. गीता को यह सम्मान मिलने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुये कहा कि राज्य के लिये यह गर्व का विषय है. सभी कर्मचारियों को अपने कर्तव्य का ऐसे ही निर्वहन करना चाहिये.
पिछले साल सितम्बर में दुर्गम क्षेत्रों में खसरा-रूबेला टीकाकरण को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिये गीता वर्मा को काफी वाहवाही मिली थी. खसरा-रूबेला टीका के बक्से को लेकर मोटरसाइकल से दुर्गम रास्ता पार करते हुये उनकी तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई. तस्वीर सराज घाटी के शिकारी देवी के जंगलों में बाइक से जाते समय का था. यहां घूमंतु गुर्जर समुदाय रहते थे.
पगडंडियों पर बाइक चलाकर टीका लगाने पहुंची महिला कर्मचारी
शिकारी देवी के जंगलों का इलाका स्वास्थ्य उपकेंद्र शंकर देहरा के तहत आता है. जहां गीता वर्मा काम करती हैं.
यह इलाका काफी दुर्गम है. उस समय गीता वर्मा के साथ आशा वर्कर गीता भाटिया और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रेमलता भाटिया भी साथ थीं. गीता वर्मा को खसरा और रूबेला टीकाकरण के दौरान बेहतरीन काम के लिये तत्कालीन मुख्यमंत्री ने भी सम्मानित किया था.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने प्रेस नोट में कहा है कि यह राज्य के लिये गर्व का विषय है कि यहां कि एक महिला स्वास्थ्य कर्मी को डब्लूएचओ के प्रकाशन में जगह मिली है. उन्होंने लिखा है कि “आप पर राज्य को गर्व है.” गीता जिले के करसोग तहसील के सपनोत गांव की रहने वाली हैं.