नई दिल्ली. छेड़-छाड़ के विरोध में बीएचयू की छात्राओं का आंदोलन जारी है. छात्राओं ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया है. लाठीचार्ज के बाद भड़की हिंसा में कई वाहनों को आग लगा दी गई थी. विपक्षी दलों ने इस घटना की आलोचना की है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने घटना की जांच के आदेश दिये हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर को आंदोलन स्थल पहुंचने से पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
कैंपस में लाठीचार्ज के लिए पहली नजर में दोषी पाए गए लंका थाने के इंचार्ज, भेलूपुर के सीओ और एक अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट को हटा दिया गया है.
रविवार को छात्राओं ने मौन मार्च निकाला. छात्राओं के आंदोलन में बीएचयू के पूर्व उपाध्यक्ष और वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा शामिल हुए. इस बीच हॉस्टलों में बिजली-पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई है और छात्राओं को हॉस्टल खाली करने को कहा गया है. हालांकि विवि प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है. विवि के सभी डिग्री कॉलेजों को बंद कर दिया गया है. आसपास की दुकानें नहीं खुलीं है. विवि को 6 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया है. पुलिस को कैंम्पस में बुला लिया गया है. शांति भंग करने के आरोप में 1200 अज्ञात विद्यार्थियों पर एफआईआर दर्ज की गई है.
इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक लड़की को जमीन पर गिराकर पुरुष पुलिस के द्वारा पीटा जा रहा है. छात्राओं का आरोप है पुलिस के द्वारा उन्हें लाठियोंं से पीटा गया है. शनिवार की रात छात्राएं जब कुलपति आवास की ओर बढ़ने लगीं तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से उनकी झड़प हुई थी. इसके बाद बीएचयू गेट पर लाठीचार्ज का आरोप है, जिसमें छात्राओंं के साथ-साथ वहां मौजूद पत्रकारोंं को भी चोटें आई हैं.
लाठीचार्ज के विरोध में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना दिया और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंंपा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को जल्द-से-जल्द जांच की रिपोर्ट देने को कहा है. पुलिस ने आमलोगों से बीएचयू की घटना के संबंध में साक्ष्यों को मांगा है.
पूरा मामला क्या है?
पीड़ित छात्राओं का आरोप है कि गुरुवार की शाम विश्वविद्यालय की एक छात्रा के साथ बाइक सवार ने छेड-छाड़ की थी. विरोध में चिल्लाने के बावजूद चंद दूरी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मदद नहीं की. इसके बाद उक्त छात्रा ने इस घटना के बारे में अपने साथियों को बताया. आक्रोशित छात्राएं जब इसकी शिकायत लेकर विवि प्रशासन के पास गयीं तो प्रशासन के द्वारा कहा गया कि वे इस मामले में राजनीति कर रही हैं. उल्टे विवि प्रशासन के द्वारा सवाल उठाया गया कि शाम 6 बजे क्यों बाहर घूमने गयी.
छेड़-छाड़ के विरोध में एक छात्रा के द्वारा बाल मुंडवाने के मामले की खबर का खंडन करते हुए फेसबुक पोस्ट के हवाले से विवि के द्वारा कहा गया है कि छात्रा के द्वारा पिछले साल ही शौकिया बाल मुंडवाया गया था.
छात्रावासों में सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाए
छात्राओं की मांग है कि सभी जगहों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाये और छात्रावासों में सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाए. आंदोलनरत छात्राएं चाहती हैं कि अंधेरी जगहों पर उचित प्रकाश की व्यवस्था की जाए. छात्राएं चाहती हैं कि छात्रावास में आने जाने के लिए ‘कर्फ्यू टाइमिंग’ को खत्म किया जाए. बीएचयू में GSCASH संस्थाएं बनाई जाएं.
छात्राएं यह भी चाहती हैं कि हॉस्टल में उनके साथ लौंगिक भेदभाव न किया जाए और उन्हें भी लड़कों की तरह ही आहार दिया जाये. छात्राओं का आरोप है कि लड़के हास्टलों पर पत्थर फेंकते हैं और अश्लील हरकतें करते हैं.