सोलन (बद्दी). नालागढ़ बस स्टैंड पर पुलिस के एक कर्मचारी को रूमाल में बंधा हुआ कुछ सामान मिला व जब कर्मचारी ने इस रूमाल को खोलकर देखा तो इसमें चांदी के झुमके, सोने का मांग टिक्का, चांदी की पायलें व एक घड़ी मिली. जिसे कर्मचारी ने नालागढ़ थाना के मुंशी के सुपुर्द कर ईमानदारी का उदाहरण पेश किया. पुलिस कांस्टेबल जसवीर जस्सी जो कि नालागढ़ के पास दभोटा का रहने वाला है.
बस लेने के लिए घर गया तो देखा एक युवक बस स्टैंड पर नीचे गिरा एक रूमाल में बंधा सामान उठा रहा था. युवक ने यह रूमाल मेरे हाथ में दे दिया व जब मैंने यह रूमाल खोला तो उसमें चांदी व सोने के आभूषणों के साथ एक घड़ी भी थी. बस स्टैंड पर कुछ लोगों से पूछा तो किसी ने भी इसे अपना नहीं कहा मैंने यह सारा सामान नालागढ़ पुलिस के हवाले कर दिया.
पुलिस कांस्टेबल जस्सी ईमानदारी के साथ-साथ अपनी बहादुरी के लिए भी जाना जाता है, लगभग चार साल पहले पट्टा के पास उसने अकेले प्राइवेट बस में एक आतंकवादी को पकड़ा था. बेशक उक्त कर्मचारी को पुलिस विभाग की तरफ से कोई इनाम नहीं मिला परन्तु यह कर्मचारी हमेशा अपने ईमानदारी व बहादुरी के कारनामों के लिए सुर्खियों में रहा है. वहीं नालागढ़ पुलिस का कहना है कि अगर किसी के यह गहने है तो उसे नालागढ़ थाना से पहचान बताकर ले सकता है.