कुल्लू (आनी). हिमाचल पथ परिवहन निगम की ज्यादातर बसों को चुनाव ड्यूटी में लगा दिया गया है. इयकी वजह से रविवार की सुबह से आम यात्री पैदल हो गए हैं. बस अड्डों पर यात्रियों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं. इन हालात का फायदा प्राइवेट टैक्सी चालक बखूबी उठा रहे हैं.
बस अड्डों पर चस्पा की गई नोटिस
हिमाचल के दूरदराज के इलाकों में परिवहन का एकमात्र साधन सरकारी बसें ही हैं. 9 नवंबर को चुनाव के लिए रविवार से बसों का अधिग्रहण शुरू हो गया. इन्हीं बसों से चुनाव कर्मचारियों को उनके ड्यूटी स्थलों पर भेजा जाना है. यात्रियों के सूचनार्थ सभी बस अड्डों पर क्षेत्रीय प्रबंधकों की तरफ से जारी नोटिस चस्पा कर दी गई है. जिसमें चुनाव ड्यूटी का हवाला देते हुए 9 से 11 नवंबर तक बस सेवाओं के प्रभावित रहने की जानकारी दी गई है. आनी बस अड्डा प्रभारी तारा चंद वर्मा के मुताबिक दूर-दराज के सिंगल रूट पर बसों को चलाने की कोशिश हो रही है. वहीं, जिस रूट पर पांच-सात गाड़ियां चलाई जा रही हैं, वहां कम-से-कम एक गाड़ी दिया जा रहा है.
आम यात्रियों की फजीहत
सरकारी बसों के नहीं चलने से यात्रियों के पास मात्र प्राइवेट गाड़ी का ही विकल्प बच जाता है. वहीं, राजनीतिक दलों द्वारा प्रचार के लिये गाड़ियों का इस्तेमाल करने की वजह से सड़क पर प्राइवेट गाड़ियां भी कम चल रही हैं. आम आदमी के लिये एचआटीसी की बसें अंतिम विकल्प है. आनी से बंजर जाने के लिये बस पर इंतजार कर रही रूपा नेगी कहती हैं कि टैक्सी भाड़े पर लेने में तो उनके पांच दिन की कमाई चली जायेगी. मालूम हो कि कुछ
टैक्सी सेवाएं पर्यटकों के लिये चलाई जाती हैं, लेकिन उसका किराया बस भाड़े से 10 गुणा से ज्यादा आता है.