कुल्लू. अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या पंजाबी गायक हर्षदीप कौर के नाम रही. हर्षदीप कौर ने एक के बाद एक दमदार प्रस्तुतियों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर किया. लालचंद प्रार्थी कलाकेंद्र में आयोजित पहली सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुये.
सांस्कृतिक संध्या में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया. सांस्कृतिक संध्या में मनत कलामंच के कलाकारों ने नाटक प्रस्तुत कर नशे से दूर रहने का संदेश दिया. हर्षदीप कौर ने सबसे पहले ‘एक ओंकार’ भक्ति गीत गाकर लोगों को खुश कर दिया. इसके बाद ‘हीर-हीर न आंखों’ अड़ियों, रे कबीरा रे फकीरा’, ‘दुनिया दे क्या सोणे रबा खेल बनाए’ जैसे गीतों को गाकर लोगों को हर्षदीप ने झूमने के लिये मजबूर कर दिया.
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पधारे राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सभी को मिलजुल कर रहने का संदेश दिया. इससे पहले राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने दशहरा उत्सव के प्रदर्शनी मैदान में विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने भगवान रघुनाथ के दरबार में भी माथा टेका.