नई दिल्ली. 22 साल से गुजरात में सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी की राह आसान नहीं है. दिसंबर में होने वाले मतदान से पहले बीजेपी के सामने कई चुनौतियां खड़ी हैं. खुद बीजेपी को भी इस बात का इल्म है. यही वजह है कि इतने साल से सत्ता पर कब्जा जमाने वाली पार्टी ने अपने कई वरिष्ठ नेता चुनावी मैदान में उतार दिए हैं. जोकि चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं.
चुनौती नंबर 1 – राहुल गांधी
गुजरात विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी अलग ही रंग में नजर आ रहे हैं. वह एक दिन में कई सभाओं में शिरकत कर रहे हैं. इसके अलावा वह अलग-अलग जुमलों से बीजेपी पर हमला कर रहे हैं. राहुल गांधी के इस बदले-बदले से अंदाज ने बीजेपी के खेमे में खलबली मचाने का काम जरूर किया है.
चुनौती नंबर 2- साफ्ट हिंदुत्व कार्ड
हर चुनाव में हिंदुत्व को अपनी रणनीति में शामिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी के सामने कांग्रेस ने हिंदुत्व की ही चुनौती रखी है. राहुल गांधी ने अपने गुजरात दौरे के शुरुआत ही मंदिर जाकर की. इसके बाद तो वह कई मंदिर में मत्था टेकते हुए नजर आए. कुल मिलाकर गुजरात के चुनाव में अबकी धर्म नहीं बल्कि जातीय समीकरणों का कार्ड ज्यादा असरदार नजर आ रहा है.
चुनौती नंबर 3 – तिकड़ी का साथ
कांग्रेस के हार्दिक, अल्पेश और जिग्नेश के साथ ने बीजेपी के माथे पर शिकन लाने का काम जरूर किया है. ऐसा माना जा रहा है कि इन तीनों की अपने-अपने समुदाय में अच्छी पकड़ है. इस तिकड़ी के साथ आने से कांग्रेस में उत्साह बढ़ा है, वहीं बीजेपी के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं.
चुनौती नंबर 4- जीएसटी और नोटबंदी
कांग्रेस जीएसटी और नोटबंदी को लेकर लगातार बीजेपी पर हमलावर रुख अपनाए हुए है. वह इन मुद्दों से सरकार को घेरकर जवाब मांग रही है. इसी सिलसिले में राहुल गांधी कई कारोबारियों से भी मिल चुके हैं. जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ बताने वाले राहुल गांधी नए-नए जुमलों से बीजेपी को घेर रहे हैं.
चुनौती नंबर 5 – सोशल मीडिया
सोशल मीडिया वैसे तो हर किसी के लिए फायदेमंद और नुकसानदेह साबित होता रहता है, लेकिन गुजरात चुनाव में कांग्रेस सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी पर हमला करने से नहीं चूक रही है. जीएसटी मुद्दे से लेकर जुमलों तक कांग्रेस सोशल मीडिया पर भी आक्रामक दिखाई दे रही है.