हमीरपुर(नादौन). हिमाचल से सटी चीन की सीमा पर बर्फीले तूफान की चपेट में आने से हमीरपुर जिले का जांबाज शहीद हो गया. नादौन उपमंडल के अंसरा चेली (किटपल) निवासी 20 वर्षीय मुनीष 16 पंजाब रेजिमेंट में तैनात थे. परिवार में सबसे छोटे व लाडले मुनीष डेढ़ साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे. वह 20 नवंबर को किन्नौर जिले के साथ सटी चीन की सीमा पर समदो में पेट्रोलिंग के दौरान बर्फीले तूफान में फंस गए थे. तबीयत बिगड़ने पर मुनीष को हेलीकॉप्टर के जरिये चंडीगढ़ के कमांड अस्पताल लाया गया, जहां रविवार रात करीब ढाई बजे उनका निधन हो गया.
15000 फुट की ऊंचाई पर बर्फीले तूफान में फंस गया था जवान
मुनीष के चाचा महिंदर सिंह ने बताया कि 15000 फुट की ऊंचाई पर स्थित काजा के साथ सटी चीन की सीमा पर गश्त के दौरान उनकी पेट्रोलिंग पार्टी बर्फीले तूफान की चपेट में आ गई थी. बाद में सेना ने इन्हें रेस्क्यू किया और गंभीर रूप से घायल जवानों को हेलीकॉप्टर से कमांड हॉस्पिटल चंडीमंदिर पहुंचाया गया. उसके बाद रविवार देर रात उनका निधन हो गया. मुनीष के साथ उसके अन्य साथी भी तूफान की चपेट में आए थे जिनका इलाज चल रहा है. मंगलवार को दोपहर बाद कितपल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
पिता दिहाड़ी मजदूर और मां आंगनबाड़ी में सहायिका
मुनीष की शहादत पर विधायक विजय अग्निहोत्री ने दुख जताते हुए परिवार की हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है. अंसरा चेली के शहीद मुनीष के पिता हरनाम सिंह दिहाड़ी मजदूरी करते हैं जबकि मां स्वर्णकांता आंगनबाड़ी केंद्र में बतौर सहायिका काम करती हैं. मां स्वर्णकांता ने कहा कि डेढ़ साल पहले परिवार की जिम्मेदारी संभालने वाला मुनीष अब हमें छोड़कर चला गया.