हमीरपुर(सुजानपुर). शादी से दो इंसान एक दूसरे के हो जाते हैं और जिसका साक्षी बनता है समाज. इसी समाज के सामने अपना धन और वैभव का प्रदर्शन कर लोग लाखों रुपये पानी की तरह बहा रहे हैं. हमीरपर में हाल के दिनों में देखा गया है कि लोग एक रात में 10 से 30 लाख तक खर्च कर मंहगे होटलों व पैलेस में शादी समारोह कर रहे हैं. इसके ठीक उलट गरीब और मध्यम तबका कम खर्च कर मंदिर में अपनी शादी रचा रहे हैं.
ऐतिहासिक टौणी देवी मंदिर में शादियां
हमीरपुर जिला मुख्यालय से करीब 14 किलोमीटर दूर 300 साल पुराना ऐतिहासिक मंदिर है. जो चौहान वंश की कुलदेवी टौणी देवी के नाम से मशहूर है. इस मंदिर में पिछले एक सप्ताह में करीब दर्जन शादियां हुईं हैं. जिनमें बरेली, चंबा, सुंदरनगर सहित प्रदेश भर से लोगों ने मंदिर में आकर अपने विवाह को संपन्न किया.
500 से 5100 रुपये तक की रसीद
मंदिर कमेटी के सदस्य श्रवण चौहान, प्रकाश चंद, तिलक राज एवं राम चौहान ने इन शादियों के बारे में हमारे संवाददाता को बताया. उन्होंने कहा कि लगभग 1 दर्जन शादियां केवल एक हफ्ते में ही हो गई है. मंदिर कमेटी एक शादी के लिए 500 से 5100 रुपये तक की रसीद काटती है. जिससे मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण किया जाता है. मंदिर में शादी करके परिवारों पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता है.