नई दिल्ली. उत्तराखंड के कई शहरों में शिक्षकों ने शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. पिछले दिनोंं उत्तराखंड के एक स्कूल निरीक्षण के दौरान में गणित के गलत सूत्र बताने बताने के बाद शिक्षिका के साथ अभद्र व्यवहार से शिक्षक समुदाय खफा हैं. इस पूरे वाकये का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसको लेकर जहां शिक्षक समुदाय में रोष है वहीं गणित के अल्पज्ञान को लेकर शिक्षामंत्री का मजाक भी उड़ रहा है.
वीडियो में शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय (-)+(-) का उत्तर 0 बता रहे हैं. वे शिक्षिका से बड़ी तल्खी के साथ सवाल पूछ रहे हैं. शिक्षिका के द्वारा सही जवाब बताने पर वे उल्टे उसे डांट रहे हैं. वीडियो में दिख रहा है कि उस समय मौजूद अधिकारी भी मंत्री के द्वारा गलत उत्तर बताने पर चुप हैं. मंत्री बड़ी देर तक इस बात को लेकर डटे रहे. जबकि (-1)+(-1) का सही जवाब -2 हो होता है.
शिक्षामंत्री विभिन्न स्कूलों के निरीक्षण के दरम्यान सोमवार को उत्तराखंड के थानो इलाके के महिला इंटर कॉलेज भी पहुंचे थे जहां यह घटना घटी. जब शिक्षामंत्री वर्ग में पहुंचे उस समय रसायन विज्ञान की 8वीं की कक्षा चल रही थी. शिक्षामंत्री कक्षा में पहुंचकर शिक्षिका से गणित का सवाल पूछने लगे.
शिक्षक संघ ने मंत्री के इस व्यवहार को शिक्षक समुदाय का अपमान बताया है. शिक्षक संघ के अध्यक्ष गोकुल मार्तोलिया कहते हैं, “भविष्य में हमारे शिक्षकों के साथ ऐसी व्यवहार नहीं होनी चाहिए. परसों माननीय मंत्री के द्वारा जो व्यवहार किया गया वो किसी भी शिक्षक समुदाय के लिए अपमानजनक है.”
विपक्षी दल कांग्रेस ने भी मामले को लेकर शिक्षा मंत्री की आलोचना की है. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव ललित जोशी कहते हैं, “शिक्षामंत्री का पूर्व मेंं जो बैकग्राउंड रहा है, उनपर कई केस हैं. अगर आप इसपर चले जाएं तो आपको जवाब मिल जाएगा कि वे शिक्षा मंत्री बनने लायक हैं या उनकी जगह कहीं और है.”
मामला के तूल पकड़ने के बाद शिक्षामंत्री अपना बचाव करने में लग गये हैं . गुरुवार को उन्होंने फेसबुक पोस्ट लिखा जिसमें सरकारी स्कूलों की खराब स्थिति की वजह शिक्षकोंं और संसाधनों की कमी को बताया है. उन्होंने लिखा “हमारे पास सबसे योग्य तथा विद्वान अध्यापक हैं परंतु विद्यालयों में पर्याप्त अध्यापकों एवं संसाधनों के अभाव के कारण अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं. वे आगे लिखते हैं, “मेरी कार्यप्रणाली से कोई सहमत या असहमत हो सकता है. मेरी कार्यप्रणाली से आपकी असहमति मुझे आत्ममंथन के लिए प्रेरित करती है.”
घटना के ठीक एक दिन बाद उन्होंने एक स्कूल में निरीक्षण का वीडियो फेसबुक पर डाला है जिसमें वे वहां की शिक्षा की गुणवत्ता को अच्छा बता रहे हैं.
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय पर हत्या सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.