शिमला. उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने राज्य उद्योग विभाग के अधिकारियों से 100 दिनों के लिए ‘लक्ष्य दस्तावेज’ अथवा रोड मैप तैयार करने को कहा है. उन्होंने कहा कि विभाग को मिशन के रूप में कार्य करने की आवश्यक्ता है. जिससे हिमाचल प्रदेश को सही मायने में देश का औद्योगिक हब बनाया जा सके. वह शुक्रवार को शिमला के उद्योग भवन में राज्य उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे.
उद्योग मंत्री ने संतोष जाहिर किया कि ‘व्यापार करने में सुगमता’ में राज्य 7वें स्थान पर है. वहीं उन्होंने कहा कि इसमें सुधार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र में हिमाचल को देश में अव्वल स्थान पर देखना चाहते हैं. उद्योग विभाग के प्रधान सलाहकार राजेन्द्र चौहान, राज्य भू-वैज्ञानिक रजनीश शर्मा, खादी बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय सांजटा तथा विभाग के अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे.
स्वास्थ्य मंत्री ने दिया 100 दिन का टास्क
स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने बीते शुक्रवार को शिमला में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा कि वह 100 दिनों का लक्ष्य निर्धारित करें. उन्होंने कहा कि लक्ष्य पूर्ण करने के लिए सभी मिल-जुलकर प्रयास करेंगे. शिमला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए
उन्होंने यह बातें कही.
स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश के लोगों के हित में परियोजनाएं तैयार करें, जिन्हें भारत सरकार को भेजकर स्वीकृति प्राप्त की जा सके. उन्होंने कहा कि चिकित्सा एक ऐसा पेशा है जो हमें मिशन के रूप में कार्य करने को प्रेरित करता है. इस अवसर पर स्वास्थ्य प्रधान सचिव प्रबोध सक्सेना, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. बलदेव ठाकुर तथा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी व वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे.