सोलन. ब्लू व्हेल नामक मौत का खेल अब हिमाचल में भी शुरू हो गया है. निजी स्कूल में पढ़ रहे बच्चे ब्लू व्हेल के जाल में फंसते नज़र आ रहे हैं. एक बच्चा बाज़ुओं पर ब्लेड से कट मारकर ब्लूवेल की आकृति बनाने की कोशिश कर चुका है. इस घटना से बच्चों के परिजन दहशत में है और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वह कैसे इस मौत के खेल से बच्चों को बचाएं.
ताजा मामला एक निजी स्कूल के बच्चे का है. जब बच्चा स्कूल से घर पहुंचा और उनके परिजनों की नज़र बेटे की बाजू पर पड़ी तो उन्होंने इस बारे में गम्भीरता से पड़ताल की. तब जाकर पता चला कि ये निशान तो ब्लू व्हेल का है. ब्लू व्हेल का नाम सुन कर ही परिवार के सदस्यों के पैरों तले जमीन खिसक गई.
परिजनों ने बताया कि बेटे के पास कोई मोबाइल नहीं है. उनका बेटा दोस्त के मोबाइल से और सायबर कैफ़े में जा कर यह जानलेवा खेल खेल रहा था. परिजन ने बताया कि बेटे ने इस बात का भी खुलासा किया है कि उसकी तरह और भी बच्चे ब्लू व्हेल गेम खेल रहे हैं.
परिवार वालों ने जिला प्रशासन और स्कूल से अपील की है कि विद्यार्थियों पर स्कूल में पैनी नजर रखी जाए. इसके साथ ही स्कूल की कम्प्यूटर क्लास में तो विशेष नज़र रखी जाए. बच्चों को इंटरनेट पर फ़ालतू समय बर्बाद नहीं करने दिया जाए.
जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा ब्लू व्हेल को लेकर परिजनों को कई बार अपील की जा चुकी है कि वह सावधान रहें. इस घटना के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है की परिजन और जिला प्रशासन इस गेम को हल्के में ले रहें है.