शिमला. मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने कहा कि प्रदेश में स्वतंत्र व निष्पक्ष विधानसभा चुनाव-2017 सुनिश्चित बनाने के लिए 7525 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. जिनमें से 983 मतदान केंद्रों को संवेदनशील तथा 399 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है.
कांगड़ा जिला में सर्वाधिक 297 संवेदनशील मतदान केंद्र तथा जिला किन्नौर में न्यूनतम दो संवेदनशील मतदान केंद्र है.
उन्होंने कहा कि जिला चम्बा में कुल 601 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं. चुराह में 117, भरमौर में 142, चम्बा में 118, डलहौजी में 108 और भटियात में 116 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिले में 481 आम मतदान केंद्र, 97 संवेदनशील और 23 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
कांगड़ा में कुल 1559 मतदान केंद्र
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जिला कांगड़ा में कुल 1559 मतदान केन्द्र हैं. नूरपुर में 110, इन्दौरा में 104, फतेहपुर में 104, ज्वाली में 115, देहरा में 98, जसवां-परागपुर में 106, ज्वालामुखी में 92, जयसिंहपुर में 111, सुलह में 130, नगरोटा में 105, कांगड़ा में 96, शाहपुर में 111, धर्मशाला में 84, पालमपुर में 87 और बैजनाथ में 106 मतदान केन्द्र हैं.
जिले में 1102 आम मतदान केन्द्र, 297 संवेदनशील और 160 अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्र हैं. जिला लाहौल-स्पीति में कुल 93 मतदान केंद्र हैं, जिनमें 81 आम मतदान केंद्र तथा 12 संवेदनशील केंद्र हैं. जिला कुल्लू में 520 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. मनाली में 100, कुल्लू में 145, बंजार में 139 और आनी में 136 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिले में 450 आम मतदान केंद्र, 53 संवेदनशील और 17 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
मंडी में 1092 मतदान केंद्र
जिला मण्डी में 1092 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जोगिन्द्रनगर में 127, धर्मपुर में 100, मण्डी में 104, बल्ह में 99, सरकाघाट में 107, नाचन में 103, करसोग में 103, सुन्दरनगर में 101, सिराज में 126 और द्रंग में 122 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिले में 925 आम मतदान केंद्र, 133 संवेदनशील और 34 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
हमीरपुर में 525 मतदान केंद्र
जिला हमीरपुर में कुल 525 मतदान केंद्र हैं, जिनमें भोरंज में 99, सुजानपुर में 103, हमीरपुर में 93, बड़सर में 110 और नादौन में 120 शामिल हैं। जिले में 459 आम मतदान केन्द्र, 61 संवेदनशील और 5 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
ऊना में 509 मतदान केंद्र
जिला ऊना में 509 मतदान केंद्र स्थापित हुए हैं. चिन्तपूर्णी में 101, गगरेट में 90, हरोली में 105, ऊना में 97 और कुटलैहड़ में 116 केन्द्र बनाए गए हैं. इस जिले में 343 आम मतदान केंद्र, 115 संवेदनशील और 51 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
बिलासपुर में 394 मतदान केंद्र
जिला बिलासपुर में 394 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. झण्डूता में 100, घुमारवीं में 100, बिलासपुर में 99 और श्री नैना देवी जी में 95 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. जिले में 370 आम मतदान केंद्र, 15 संवेदनशील और 9 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
सोलन में 538 मतदान केंद्र
सोलन जिला में 538 मतदान केन्द्र स्थापित हुए हैं, जिनमें अर्की में 130, नालागढ़ में 100, दून में 90, सोलन में 124 और कसौली में 94 शामिल हैं. जिले में 431 आम मतदान केंद्र, 77 संवेदनशील और 30 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
सिरमौर
जिला सिरमौर में 540 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. पच्छाद में 110, नाहन में 114, श्री रेणुका जी में 123, पांवटा साहिब में 96 और शिलाई में 97 मतदान केन्द्र हैं। सिरमौर जिले में 419 आम मतदान केन्द्र, 79 संवेदनशील और 42 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
शिमला
जिला शिमला में कुल 1029 मतदान केंद्र की स्थापना की गई है. चौपाल में 141, ठियोग में 161, कसुम्पटी में 107, शिमला में 91, शिमला ग्रामीण में 131, जुब्बल कोटखाई में 127, रामपुर में 150 और रोहडू में 121 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिले में 969 आम मतदान केंद्र, 42 संवेदनशील और 18 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
किन्नौर
जिला किन्नौर में 125 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 113 आम मतदान केंद्र, दो संवेदनशील और 10 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं.
प्रदेश में जिला शिमला के ठियोग विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 161 मतदान केन्द्र जबकि जिला कांगड़ा के धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में न्यूनतम 84 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं.