नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश में जहां एक ओर दिग्गज धराशायी हुए हैं, वहीं चाय का ठेला लगाने वाले मुल्ख राज ने बैजनाथ सीट से जीत दर्ज की है.
बीजेपी से बैजनाथ सीट से चुनाव लड़ रहे मुल्ख राज ने कांग्रेस के किशोरी लाल को हरा दिया. मुल्ख राज इससे पहले भी चुनाव लड़े थे, लेकिन भाजपा में अंदरूनी कलह के चलते वह मैदान नहीं मार सके थे. बीजेपी ने इस चुनाव में एक बार फिर उनपर भरोसा जताया और इस बार वह पार्टी के भरोसे पर खरा उतरे और जीत दर्ज की.
मुल्ख राज चुनाव प्रचार के दौरान ही जीत का दावा कर रहे थे. उनके मुताबिक जब एक चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है, तो दूसरा चायवाला विधायक क्यों नहीं बन सकता.
लोगों के यह सब करेंगे मुल्खराज
जीते के बाद मुल्खराज प्रेमी ने कहा कि वह लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए बिना समय गांव के लोगों की सेवा में जुट जाएंगे. अपना पहला चुनाव 2012 में लड़ा था जिसमें वह बेशक हार गए थे. उस समय मैंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से कहा था कि इस बार आप ने कांग्रेस को समर्थन दिया है. लेकिन अगले चुनाव में आप मेरा समर्थन करना और जनता ने अपना पूरा स्नेह मुझे देकर मुझे भारी बहुमत से जिताया है. अब मैं जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा. 14 वर्ष के वनवास के बाद भाजपा की बड़ी जीत हुई है.
मेरी पहली प्राथमिकता बैजनाथ विधानसभा का चहुंमुखी विकास करवाना है जिसमें पर्यटन, चिकित्सा तथा पानी की समस्याओं से निजात दिलाएंगे तथा पंचायती राज संस्थान को जनता को समर्पित किया जायेगा.
भाजपा का 14 वर्ष का वनवास खत्म
वहीं भाजपा मंडल अध्यक्ष करण जम्वाल ने कहा कि बैजनाथ विधानसभा में भाजपा का 14 वर्ष का वनवास खत्म हो गया है. बैजनाथ की जनता के लिए प्रेमी के साथ मिलकर एक-एक पल जनता को समर्पित करेंगे. बैजनाथ की जनता से मिले प्यार के लिए वह सदा जनता के आभारी रहेंगे. बैजनाथ विधानसभा में भाजपा इस प्रकार से कार्य करेगी कि अगली बार भाजपा को वोट मांगने के लिए लोगों के पास नहीं जाना पड़ेगा बल्कि लोग खुद भाजपा के लिए वोट देंगे.