शिमला. हिमाचल प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि कानूनगो और पटवारी फील्ड में जाये और सूखे की रिपोर्ट तैयार करें. आदेश के अनुसार दो दिन के भीतर कर्मचारी जिला उपायुक्तों को रिपोर्ट देंगे.
60 फीसदी गेहूं की फसल को नुकसान
इस साल हिमाचल में समय पर बारिश न होने से सूखे जैसे हालात देखने को मिल रहे है. इस साल सेब के अलावा प्रदेश में गेहूं और लहसुन की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इसके अलावा बारिश न होने से प्रदेश में 700 पेयजल योजनाओं का जलस्तर भी गिर चुका है. सूखे के चलते हिमाचल में 60 फीसदी गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है.
सूखे को लेकर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ भी बैठक होनी प्रस्तावित है. हिमाचल में सेब बहुल क्षेत्र में 7 हजार 500 फीट तक ऊंचाई वाले बगीचों में सूखे का ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. गेहूं की फसल पर सबसे ज्यादा मार पड़ी है.
प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विभिन्न विभागों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे. इसके बाद सरकार यह मामला केंद्र से उठाकर राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग करेगी.