शिमला. हिमाचल में निवेश लाने के लिए सुक्खू सरकार की पहली कोशिश ही रंग लाई है. मुंबई फार्मा एक्सपो में गए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन सिंह चौहान 2,110 करोड़ के एमओयू करके लौट रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने इसके लिए उद्योग मंत्री और उनकी टीम को बधाई दी है.
उद्योगों को बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश को किया आमंत्रित
मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि हिमाचल प्रदेश मुंबई में आयोजित देश के सबसे बड़े फार्मा एक्सपो में भाग ले रहा है और इस अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा 2110 करोड़ के निवेश आशय के 17 समझौतों पर ज्ञापन हस्ताक्षर किए गए हैं. फार्मा एक्सपो में राज्य के फार्मा पारिस्थितिकी तंत्र का प्रदर्शन किया गया तथा फार्मा एवं चिकित्सा उपकरण के क्षेत्र में बड़े उद्योगों को राज्य में स्थापित होने वाले बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश के लिए आमंत्रित किया. हिमाचल प्रदेश देश में एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां ऊना में 1405.41 एकड़ क्षेत्र में बल्क ड्रग पार्क तथा 300 एकड़ क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क नालागढ़ में स्थापित किया जा रहा है.
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने हिमाचल पैविलियन का शुभारंभ किया
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने मुंबई में आयोजित फार्मा लाइव एक्सपो में ‘हिमाचल पैविलियन’ का शुभारंभ किया. उनके साथ विधायक सुधीर शर्मा, सुरेश कुमार, मालेन्दर राजन तथा अजय सोलंकी, प्रधान सचिव उद्योग आर.डी. नज़ीम, निदेशक उद्योग राकेश कुमार प्रजापति, अतिरिक्त निदेशक तिलक राज शर्मा, परियोजना प्रमुख, ईएण्डवाई, सुमित सागर डोगरा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल इसमें भाग ले रहा है. इंडियन ड्रग मैन्यूफैक्चिरिंग एसोसिएशन एवं हिमाचल ड्रग मैन्यूफैक्चिरिंग एसोसिएशन ने इस अवसर पर उद्योग मंत्री एवं विधायक गणों को सम्मानित भी किया. उद्योग मंत्री ने एक्सपो में स्थापित स्टॉल का अवलोकन किया और हिमाचल आधारित इकाइयों द्वारा प्रदर्शित नवोन्मेषी एवं नई तकनीकों की सराहना की.
प्रदेश में 630 फार्मा कंपनियां कर रही काम
उद्योग मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 630 से अधिक फार्मा निर्माण कंपनियां कार्यशील हैं तथा लगभग 10 हजार करोड़ मूल्य के फार्मा फार्माल्यूएशन का निर्यात किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वार्षिक रूप से लगभग 35 हजार करोड़ रुपये की बल्क ड्रग की मांग है. उन्होंने कहा कि इससे न केवल फार्मा उद्योग को बल मिलेगा, बल्कि आयात प्रतिस्थापन से मुद्रा विनिमय की बचत भी होगी.
कई नामी कंपनियां प्रदेश में निवेश को इच्छुक
मुंबई में उद्योग मंत्री ने सरकारी-वाणिज्यिक (जीटूबी) बैठकें भी की, जिनमें ऐश्वर्य इंडिया हेल्थ केयर, स्कॉट एडिल, एमक्योर, डीबीपी फार्मा ग्रुप ने हिस्सा लिया. उन्होंने बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क में अपनी इकाइयां स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की. लूपिन लिमिटेड ने भी राज्य में बनने वाले बल्क ड्रग पार्क में फरमेंटेशन आधारित एपीआई इकाई स्थापित करने की इच्छा जताई.
फिल्म निर्माता अनिल शर्मा बनाएंगे फिल्म सिटी
फिल्म जगत के प्रमुख निर्माता-निर्देशक अनिल शर्मा ने भी हिमाचल प्रदेश में फिल्म सिटी स्थापित करने की इच्छा जताई. उद्योग मंत्री ने उन्हें इस बारे में ठोस प्रस्ताव तैयार करने और इस पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया. सुकुम पावर सिस्टम के नए प्रबंधन ने भी इलेक्ट्रिक वाहन और उपकरणों के लिए 300 करोड़ के निवेश-आशय की इच्छा व्यक्त की.