शिमला: केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल अपने अगले दीक्षांत समारोह में पासआउट होने वाले विद्यार्थियों को नोट की तरह सुरक्षा से लैस डिग्री देगा. सीयू की इस डिग्री में होलोग्राफिक स्ट्रिप वाली नई तकनीक होगी. यह तकनीक नोट में होती है. सीयू का दावा है कि विद्यार्थियों को मिलने वाले सर्टिफिकेट में ऐसी तकनीक अपनाने वाला वह भारत का पहला शैक्षणिक संस्थान होगा.
CU ऐसी तकनीक अपनाने वाला भारत का पहला शैक्षणिक संस्थान
इसमें होलोग्राफिक स्ट्रिप की वजह से कोई भी छात्र फर्जी डिग्री नहीं बना पाएगा. ऑनलाइन फ्रॉड की गुंजाइश शून्य के बराबर हो जाएगी. अगर कोई डिग्री से छेड़छाड़ करना चाहेगा तो सर्टिफिकेट में लगी होलोग्राफिक स्ट्रिप न तो कॉपी होगी और न स्कैन. किसी ने ऐसा करने की कोशिश की तो कंप्यूटर पर लिखा आएगा कि यह डिग्री कॉपी की गई है. सीयू की डिग्री का फर्जी सर्टिफिकेट किसी भी सूरत में नहीं बन पाएगा.
होलोग्राफिक स्ट्रिप वाली में कई नैनो फीचर्स दिए गए हैं. डिग्री के बीच में केंद्रीय विवि का लोगो तो होगा ही इसके अलावा हर जगह छोटे-छोटे शब्दों में सीयूएचपी लिखा होगा. नैनो फीचर्स टॉर्च या लैंस से ही दिख पाएंगे. आधुनिक फीचर्स की वजह से इस डिग्री को सिर्फ केंद्रीय विश्वविद्यालय ही सत्यापित कर पाएगा. नौकरी के लिए फ्रॉड डिग्रियां नहीं बन पाएंगी.
2019 के बाद पासआउट विद्यार्थियों को मिलेगी नई डिग्री
सीयू के वीसी प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि जब अगला दीक्षांत समारोह होगा, तब शैक्षणिक सत्र 2019 के बाद के सब छात्रों को होलोग्राफिक स्ट्रिप वाली डिग्रियां मिलेंगी.