शिमला. हिमाचल प्रदेश में दिव्यांगजनों के अधिकारों के लिए कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्था उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष ने हिमाचल प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शिमला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अजय श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि पिछले 5 साल में राज्य सरकार ने दिव्यांगजनों के हालात में बदलाव के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं. उन्होंने कहा कि संसद द्वारा पारित किए गए नए विकलांगता कानून को राज्य में लागू नहीं किया गया और हाईकोर्ट के आदेशों तक की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गईं है.
नौकरियों में आरक्षण भी नहीं दिया जा रहा
उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि दिव्यांगजनों को शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण भी नहीं दिया जा रहा है. थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को नए कानून के अंतर्गत विकलांग की श्रेणी में रखा गया है लेकिन सरकार ने उन्हें अभी तक कोई सुविधा नहीं दी है.
राज्यपाल आचार्य देवव्रत को एक मांग पत्र भेजा गया
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस से एक दिन पूर्व हुए संवाददाता सम्मेलन में अजय श्रीवास्तव ने कहा कि उमंग फाउंडेशन की ओर से इस बारे में राज्यपाल आचार्य देवव्रत को एक मांग पत्र भी भेजा गया है. इस मौके पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे दिव्यांग विद्यार्थियों में से मुस्कान ठाकुर, मुकेश कुमार, अनुज कुमार, मोहित कपूर, सवीनाजहां, सतीश ठाकुर एवं अंजू वीरवानी आदि भी मौजूद थे.