कुल्लू. महिलाओं के सशक्तिकरण से ही एक मजबूत राष्ट्र व समाज का निर्माण होता है. हिमाचल जैसा पहाड़ी राज्य इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. विकास के विभिन्न मानकों में आज हिमाचल प्रदेश अग्रणी राज्यों में शामिल है. इसका मुख्य कारण महिला सशक्तिकरण ही है. उक्त बातें विश्व स्तनपान सप्ताह पर उपायुक्त यूनुस ने कहीं.
वे गुरुवार को विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य पर देव सदन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि मां की सही परवरिश ही देश के लिए आदर्श व स्वस्थ नागरिक तैयार करती है. इसी के मद्देनजर सरकार ने महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से बच्चों व महिलाओं के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई हैं. इन योजनाओं के कार्यान्वयन में आंगनबाड़ी केंद्र और इनमें कार्यरत महिला कर्मचारी एक बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करती हैं.
उपायुक्त ने बताया कि जिला के कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा. विभिन्न विभागों के सहयोग से इन केंद्रों में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि अधिकारी अगर स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में अपने-अपने विभागों से संबंधित मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करें तो इन संस्थानों की कायाकल्प हो सकती है.
इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र आर्य ने उपायुक्त और सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा विश्व स्तनपान सप्ताह और महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मां का दूध बच्चे के लिए अमृत है. जन्म के बाद एक घंटे के भीतर ही इसे पिलाना शुरू कर देना चाहिए तथा छह माह तक बच्चे को यही दिया जाना चाहिए. गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी अस्पताल में ही करवाई जानी चाहिए. इससे जच्चा-बच्चा दोनों ही सुरक्षित रहेंगे.
वहीं, बाल-बालिका सुरक्षा योजना की जानकारी देते हुए आर्य ने बताया कि बेसहारा और विषम परिस्थितियों में फंसे बच्चों के लिए यह योजना एक वरदान है. ऐसे बच्चों के पुनर्वास लिए 18 वर्ष की आयु तक हर माह 2300 रुपये का प्रावधान किया जाता है. कार्यशाला के दौरान लघु फिल्मों के माध्यम से भी महिलाओं को जागरूक किया गया.
उपायुक्त ने विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उदघाटन भी किया. इस मौके पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शिव सिंह, पर्यवेक्षक नरेश कौंडल, अन्य अधिकारी और आंगनबाड़ी कर्मचारी भी उपस्थित रहीं.