हमीरपुर. उपमंडल भोरंज के अंतर्गत चैंथ खड्ड में रात-दिन धड़ल्ले से खनन हो रहा है. ट्रैक्टर चालक बेखौफ होकर इन खड्डों में खनन को अंजाम दे रहे हैं. ये लोग दिन-रात खड्डों में खनन कर चांदी कूट रहे हैं. इसके चलते खड्डों का जल स्तर लगातार नीचे गिर रहा है. पहले खड्डों से कूहलों में पानी ले जाकर खेतों में सिंचाई की जाती थी तथा खड्डों के किनारे घराट इत्यादि भी चलाए जाते थे. परंतु खनन माफिया ने खड्डों से रेत, बजरी व पत्थर निकाल कर खड्डों का जल स्तर कम कर दिया है. इस कारण पिछले दो-तीन वर्षों से बरसात में खड्डों का बहाव भी अवैध खनन से अपना रास्ता छोड़ उपजाऊ जमीन की ओर बहने लगी है.
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जुर्माना देकर छूट गए और फिर से खनन को अंजाम…
खड्ड किनारे बसे गांव के लोग जब भी खनन का विरोध करते हैं, तो ये खनन माफिया आंखें दिखाते हैं. सीर खड्ड मंडी व हमीरपुर की सीमा पर होने से आला अधिकारी भी दूसरे जिले का एरिया होने से पल्ला झाड़ लेते हैं और अवैध खनन करने वाले बेखौफ खनन को अंजाम देते हैं. कुछ समय पूर्व जाहू व भोरंज पुलिस सहित एसडीएम भोरंज ने दर्जनों ट्रैक्टर खनन करते हुए पकड़े, परंतु बाद में ये सब जुर्माना देकर छूट गए और फिर से खनन को अंजाम देना शुरू कर दिया.
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गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं
पर्यावरण को नजरअंदाज करने का दुष्प्रभाव अब दिखना शुरू हो गया है. जल जीवन का दूसरा नाम है. अगर जल संकट को नहीं समझा गया तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. ग्रामीणों में रणजीत सिंह राणा, गरसाहड़ प्रधान ईश्वर दास, मनोज कुमार, मीरा देवी, धमरोल प्रधान विजय कुमार सहित कई लोगों ने इस समस्या की ओर ध्यान देने की अपील की है.