हमीरपुर. हमीरपुर जिला में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शून्य से छह वर्ष आयुवर्ग के अनुपात में काफी सुधार आया है, पिछले साल जनवरी 2017 से लेकर नवंबर 2017 तक एक हजार बेटों के मुकाबले 964 बेटियों ने जन्म लिया है. यह जानकारी उपायुक्त संदीप कदम ने बुधवार को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान की त्रैमासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.
उन्होंने बताया कि साल 2011 के आंकड़ों के मुताबिक हमीरपुर जिला में शून्य से लेकर छह वर्ष आयुवर्ग में एक हजार बेटों के मुकाबले 887 बेटियों का अनुपात दर्ज किया गया है. जिसके चलते ही हमीरपुर जिला में लिंगानुपात में सुधार के लिए ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान आरंभ किया गया है.
उन्होंने आगे बताया कि साल 2016 में शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों का लिंगानुपात 1000 बेटों के मुकाबले 953 दर्ज किया गया है. वर्ष 2017 में इस अनुपात में सुधार हुआ है. हमीरपुर जिला में प्रत्येक महीने की 11 तारीख को पंचायत स्तर पर बेटी जन्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.
इसके साथ ही गुड्डा-गुड्डी साइन बोर्ड भी पंचायत स्तर पर प्रत्येक माह अपडेट किए जा रहे हैं. गर्भवती महिलाओं को सत्तर दिन के भीतर पंजीकरण करवाने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है तथा इस पर आंगनबाड़ी वर्कर्स नियमित तौर पर पंचायत स्तर पर महिलाओं को जागरूक रही हैं.
इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी बंदना चौहान ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ अभियान के तहत अर्जित उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. इस अवसर पर सीएमओ सावित्री कटवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे.