नई दिल्ली. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विद्रोही बताया है. प्रणब ने अपनी नई किताब ‘द कोएलिशन ईअर्स’ में ममता बनर्जी का ज़िक्र किया है. वह लिखते हैं कि ममता की एक विशेषता है, जिसका वर्णन करना मुश्किल है, लेकिन उसे अनदेखा करना नामुमकिन है.
उन्होंने अपनी किताब में उन पलों को याद किया जब ममता भरी सभा से बाहर चली गई थी और वह सबके सामने खुद को अपमानित महसूस कर रहे थे.
उन्होंने अपनी किताब में ज़िक्र किया है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सहित कांग्रेस के नेता खुले में चुनाव टालना चाहते थे, क्योकि इससे पार्टी में गुटबंदी का चेहरा सामने आ सकता था. जिसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने उन्हें मध्यस्थता करने और उसका हल निकालने को कहा था.
प्रणब लिखते हैं कि उन्होंने इसके लिए ममता बनर्जी को एक बैठक में बुलाया ताकि वह सांगठनिक चुनाव पर बातचीत कर सके. लेकिन इस बैठक में ममता बनर्जी अचानक नाराज़ हो गईं और मुझपर व अन्य नेताओं पर उनपर साज़िश का आरोप लगाया और चुनाव की मांग कर दी.