मंडी(सरकाघाट). चौरी ग्राम पंचायत में छठी कक्षा के एक बच्चे की कार में फंदा लगने से मौत हो गई है. पुलिस में दर्ज मामले के अनुसार बच्चे की मौत का कारण किसी के भी गले नहीं उतर रही है. ऐसा बताया जा रहा है कि बच्चे द्वारा कार में पड़े कपड़े से खुद को ही फंदा लगाने से उसकी मौत हो गई है.
मृतक ग्राम पंचायत चौरी के माध्यमिक स्कूल के छठी कक्षा में पढ़ता था. 12 वर्षीय बच्चे द्वारा कार की सीट के ऊपर लगे हैंडल से खुद को कपड़े से फांसी लगाना किसी के गले नहीं उतर रहा है.
सोमवार शाम चौरी पंचायत के गम ढोल गांव में सुरेंद्र कुमार का 12 वर्षीय बेटा शिवम अपने पिता की मारुती कार में पढ़ाई कर रहा था. उसके आधे घंटे बाद लोगों ने देखा कि वह कार की पिछली सीट पर अचेत अवस्था में पड़ा है और गले में डस्टर तोलिया लिपटा हुआ है. इसके बाद तत्काल सरकाघाट एफआरयू अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है.
क्या है पूरा मामला-कार में पढ़ रहे बच्चे की खेल-खेल में गयी जान
मृतक शिवम का उसके पैतृक गांव ग़मधोल में अंतिम संस्कार कर दिया गया. शिवम के स्कूल के हर बच्चे की आंख नम थी. ग्राम पंचायत प्रधान रोशनलाल ने बताया कि शिवम पढ़ाई में बढ़िया था. परिवार ने किसी पर भी कोई शक नहीं जताया है. शिकायत में इस घटना को महज एक दुर्घटना करार दिया गया है.
शिवम की मौत के कारणों पर कोई भी विश्वास नहीं कर पा रहा है. रोजाना की भांति कार में पढ़ने बैठा एक 12 वर्षीय बेटा कैसे फांसी लगा सकता है? पोस्टमॉर्टम में भी डॉक्टरों ने सांस रुकने की वजह से मौत होने का कारण बताया है. कोई भी यह नहीं समझ पा रहा है कि कैसे कोई मासूम कार में अपने गले में फंदा लगा सकता है. मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी प्रीति पाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है.