धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों की सुरक्षा का जिम्मा अगले सप्ताह केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के जवान संभालेंगे.
चुनाव आचार संहिता लगने के बाद अभी प्रदेश पुलिस के जवान जिला भर के अलग-अलग स्थानों पर भेजे गये साथ ही सुरक्षा ड्यूटी दे रहे हैं. चुनावों के दौरान सुरक्षा तथा कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बंदूकों तथा अन्य हथियारों को भी अब संबंधित पुलिस थानों में जमा करवाना होगा.
इसके लिए पुलिस ने हथियार लाइसेंस धारकों को दो सप्ताह का समय दिया है. आचार संहिता के दौरान होने वाली रैलियों तथा प्रचार-प्रसार के दौरान चुनावों को प्रभावित करने वाले लोगों अथवा राजनीतिक पार्टियों के समर्थकों पर भी पुलिस की नज़र रहेगी. इस दौरान चुनाव प्रभावित करने पर आरोपी व्यक्ति को पुलिस सीधे गिरफ्तार करेगी.
प्रवेश द्वार पर नाकाबंदी
चुनाव आचार संहिता के लागू होने के बाद अब पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखने को जिला के प्रवेश द्वार पर दिन-रात नाकाबंदी कर दी है. अभी प्रदेश के पुलिस जवान ही नाकों पर सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे हैं, लेकिन चुनावों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से पुख्ता करने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान भी अगले सप्ताह तक नाकों पर सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे.
उधर, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डा. रमेश छाजटा ने बताया कि जिला में चुनाव सुरक्षा को लेकर 18 स्थानों पर नाकाबंदी की गई है. अगले एक सप्ताह के भीतर केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान भी सुरक्षा ड्यूटी में तैनात हो जाएंगे. इसके अलावा सुरक्षा इंतजाम भी पुख्ता किए गए हैं.