सोमवार शाम से फेसबुक और ट्विटर पर महिलाओं और लड़कियों के यौन शोषण की कहानियों की बाढ़ आयी हुई है. ये सभी कहानियाँ उनके अतीत से निकल कर समाज के सामने एक ही हैशटैग #MeToo के जरिये सामने आ रही हैं.
इस हैशटैग में एक अज़ब सी कशिश है। ‘मैं भी’ के जरिये दुनिया के कोने-कोने से अपनी आप-बीती साझा कर रही लड़कियाँ दरअसल अपने पीड़दायी अतीत से बाहर आने का साहस कर रही हैं. भारत में भी अब यह हैशटैग परवान चढ़ रहा है.
हालांकि इससे पहले #WomenBoycottTwitter भले ही पूरी दुनिया में ट्रेंड कर रहा हो लेकिन भारत पर इसका कोई ख़ास असर देखने को नहीं मिला. दरअसल यह सारा मामला ही हॉलीवुड की दुनिया से शुरू हुआ है. पिछले दिनों हॉलीवुड अभिनेत्री रोज़ मैकगावेन का ट्विटर अकाउंट कुछ दिन के लिये बंद कर दिया गया. उन्होने हॉलीवुड फिल्म प्रोड्यूसर हार्वे वाइंस्टीन के यौन उत्पीड़न के खिलाफ लिखा था.
यह कैम्पेन न्यूयॉर्क से शुरू हुआ और 13 अक्टूबर तक पूरी दुनिया में परवान चढ़ गया. उसके बाद रोज़ के समर्थन में और हार्वे के खिलाफ हॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियों जैसे एंजेलिना जोली और ग्वैनेथ पैल्ट्रो ने #WomenBoycottTwitter हैशटैग के जरिये ट्विटर पर जारी लिंगभेदी नीतियों के खिलाफ अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की. इसी दबाव के चलते मोशन पिक्चर्स अकैडमी ने आनन-पानन एक मीटिंग बुला कर हार्वे वाइंस्टीन को बोर्ड के प्रबंधन से हटी दिया.
इस कड़ी में पिछले दिनों रविवार रात्रि से #MeToo हैशटैग ट्रेंड करना शुरू किया. माना जा रहा है कि यह हैशटैग अभिनेत्री एलिसा मिलानो ने ट्विटर पर शुरू किया और महिलाओं से अपील की कि वे अपने साथ यौन उत्पीड़न की कहानियाँ सार्वजनिक करें. इसके बाद से यह हैशटैग पूरी दुनिया में वायरल हो रहा है.
इंडिया में भी सोमवार से इस हैशटैग के साथ बहुत सी कहानियाँ समाने आ रही हैं. लेकिन यहाँ पर इससे पहले #WomenBoycottTwitter का बिल्कुल ना चलना और #MeToo का हाथों-हाथ लिया जाना, यहां के पितृसत्तात्मक समाज में पिरोये हुए क्लास कैरेक्टर की एक नयी कहानी बयान कर रहा है. दरअसल भारत में पिछले दिनों लगातार फेसबुक और ट्विटर पर इस तरह के हैशटैग समय-समय पर चर्चित और विवादास्पद हो रहे हैं.