नई दिल्ली. भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को अपने चिर प्रतिद्वंदी चीन को फाइनल में 5-4 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया. इस खिताब को महिला हॉकी टीम ने 13 साल बाद जीता है. इसी के साथ भारतीय हॉकी को इस महीने में दूसरी जीत मिली है. इससे पहले पुरुष हॉकी टीम ने भी पिछले महीने एशिया कप का खिताब जीता था.
जापान के कागामिगहारा में हो रहे मैच का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से हुआ. मैच के दौरान 25 वें मिनट में नवजोत कौर ने एक गोल कर भारत को बढ़त दिला दी. लेकिन 47वें मिनट में चीन की तियानतियान ने एक गोल दाग कर 1-1 की बराबरी कर ली और इसी के साथ मैच बराबरी पर खत्म हुआ.
इसके बाद मैच का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से हुआ, जहां मैच एक बार फिर 4-4 से बराबरी पर आ गया. दोनें ही टीमों ने एक-एक गोल का मौके गंवा दिया था, इसके बाद सडेन डेथ का सहारा लिया गया जहां चीन गोल नहीं कर पाई और भारत की तरफ से रानी ने गोल दाग कर भारत को 5-4 से जीत दिला दी और खिताब पर कब्जा कर लिया.
इस खिताब के लिये भारतीय टीम को लंबा इंतजार करना पड़ा. इससे पहले टीम ने 2004 में खिताब पर कब्जा किया था.
भारतीय टीम 2018 में होने वाले विश्व कप के लिये क्वालिफाई कर चुकी है. भारतीय टीम ने पहले ही विश्व कप के लिए क्वालिफाई कर लिया था, जब अफ्रीकी कप ऑफ नेशंस में दक्षिण अफ्रीका ने घाना को मात दी थी. लेकिन भारतीय टीम यह टूर्नामेंट जीतकर अपने दम पर क्वालिफाई करना चाहती थी और वैसा ही हुआ.