नई दिल्ली. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टैरिफ घोषणाओं के प्रभाव के बारे में आशा व्यक्त की और कहा कि वैश्विक बाजार अनिश्चितता के बावजूद भारत के उद्योगों को लाभ हो सकता है।
फिक्की के 98वें स्थापना दिवस समारोह में बोलते हुए गोयल ने विभिन्न क्षेत्रों से अलग-अलग प्रतिक्रियाओं को संबोधित किया, लेकिन आशावादी बने रहे। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की अलग-अलग भावनाएं है। हमें विश्वास है कि भारत का लाभ इसमें है। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका ने टैरिफ केवल 7-8 प्रतिशत लगाया है, यह बहुत अधिक नहीं है।
गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के उल्लेखनीय उदय पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने 9 साल पहले स्टार्ट-अप इंडिया आंदोलन की शुरुआत की थी। 400 स्टार्टअप से, हम अब 170,000 से अधिक स्टार्टअप हैं। देश को इस पर गर्व है।
यह बहुत चिंताजनक मुद्दा है : शशि थरूर
शशि थरूर ने जताई चिंता जताते हुए कहा कि भारत के निर्यात पर ट्रंप की टैरिफ नीतियों के असर को लेकर चिंता बनी हुई है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर जोर देते हुए अपनी चिंता जताई। थरूर ने कहा,यह बहुत चिंताजनक मुद्दा है।
आप जानते हैं कि इस बात की बहुत उम्मीद है कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय वार्ता से कुछ आश्वासन और राहत मिलेगी, लेकिन अभी तक, शॉर्ट टर्म में, स्थिति काफी नकारात्मक है। उन्होंने वैश्विक बाजार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वैश्विक बाजार खराब है, न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में। जैसा कि आपने कहा, कीमतें भी बढ़ रही हैं, और कोई भी ट्रंप के टैरिफ और उनके मतलब को नहीं समझता है।
भारत के एक्सपोर्ट में गिरावट
एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की एक शोध रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि नए टैरिफ के कारण 2025 में अमेरिका को भारत के एक्सपोर्ट में 5.76 बिलियन अमरीकी डॉलर या 6.41 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। 2024 में, भारत ने अमेरिका को 89.81 बिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य के सामान का निर्यात किया। रिपोर्ट में उन क्षेत्रों को रेखांकित किया गया है जो सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं, यह भारत के व्यापार के लिए संभावित लाभ और असफलताओं की मिश्रित तस्वीर पेश करते हैं।