नई दिल्ली. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) ने इतिहास रचते हुए अपना 100 सैटेलाइट लॉन्च कर दिया है. पीएसएलवी श्रृंखला के सैटेलाइट का नाम कार्टोसैट-2, है. इस सैटलाइन को ‘आई इन द स्काइ’ के नाम से भी जाना जा रहा है, क्योंकि ये अतंरिक्ष से तस्वीरें लेने के लिए ही बनाया गया है. खास बात है कि ये पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर पैनी नजर बनाए रखेगा.
पृथ्वी अवलोकन के लिए 710 किलोग्राम का कार्टोसेट-2 सीरीज मिशन का प्राथमिक उपग्रह है. इसके साथ सह यात्री उपग्रह भी है. जिसमें 100 किलोग्राम का माइक्रो और 10 किलोग्राम का नैनो उपग्रह भी शामिल हैं. कुल 28 अंतरराष्ट्रीय सह-यात्री उपग्रहों में से 19 अमेरिका, पांच दक्षिण कोरिया और एक-एक कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन और फिनलैंड के हैं.
चार महीने पहले भी हुआ
चार महीने पहले 31 अगस्त 2017 इसी तरह का एक प्रक्षेपास्त्र पृथ्वी की निम्न कक्षा में देश के आठवें नेविगेशन उपग्रह को वितरित करने में असफल रहा था. पीएसएलवी-सी40 वर्ष 2018 की पहली अंतरिक्ष परियोजना है. अन्नादुरई ने कहा, “पीएसएलवी अपने 39वें परियोजना (पीएसएलवी-सी 39) तक बहुत सफल रहा था, पीएसएलवी-सी 39 हमारे लिए एक बहुत बड़ा झटका था क्योंकि हीट शील्ड अलग नहीं हो पाए थे.’
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि भारत द्वारा 3 कार्टोसैट-2 श्रृंखला के अर्थ ऑब्जर्वेशन उपग्रहों को अंतरिक्ष भेजे जाने की योजना का मकसद सैन्य इस्तेमाल है और सभी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियां दोहरे इस्तेमाल की क्षमता से युक्त हैं. भारतीय उपग्रहों में 100 किलोग्राम का एक माइक्रो सैटेलाइट और 5 किलोग्राम का एक नैनो सैटेलाइट भी शामिल है.