शिमला. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि वेदों ने विश्व बन्धुत्व का संदेश दिया है और भारतीय संस्कृति वेदों से उत्पन्न हुई है. राज्यपाल सोमवार को शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में ‘विश्व बन्धुत्व दिवस’ के मौके पर हुए एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. जहां उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपने अंदाज में दोहराया.
राज्यपाल ने विवेकानन्द केंद्र के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह संस्थान बच्चों को भारतीय परम्परा एवं संस्कृति को जानने में मदद करता है. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द के विचारों को जीवन में धारण करने की जरूरत है. राज्यपाल ने कहा कि प्रेम, एकता, सद्दभावना, सहिष्णुता व बन्धुत्व का जो संदेश स्वामी विवेकानन्द ने विश्व को दिया था, उसपर अमल करने की आज ज्यादा जरूरत है.
विवेकानन्द केंद्र, कन्याकुमारी के संयुक्त महासचिव किशोर तोकेकर ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा स्वामी विवेकानन्द की शिक्षाओं पर विस्तृत चर्चा की. राज्यपाल ने विश्व बन्धुत्व दिवस पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी दिये.
निदेशक, भाषा, कला एवं संस्कृति श्री रामकुमार गौतम ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे. स्वामी विवेकानन्द केंद्र की शिमला शाखा के नगर संचालक तेज राम शर्मा ने भी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए. हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर सहित कई गणमान्य लोग इस कार्यक्रम में मौजूद थे.