नई दिल्ली. गुजरात चुनाव में राजनीतिक पार्टियां शह और मात का ताना-बाना बुन रही हैं तो कोई और भी है जो यहां पैनी निगाह बनाए हुए है. खुफिया विभाग ने आगाह किया है कि गुजरात चुनाव के लिए होने वाली बड़ी सभाओं को आतंकी निशाना बना सकते हैं.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने इसके अलावा धार्मिक स्थलों पर हमले कर सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की भी साजिश तैयार की है. खुफिया एलर्ट के बाद समुद्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
मोदी-राहुल की सभाओं पर खतरा, शाह और योगी भी निशाने पर
खुफिया विभाग के मुताबिक, गुजरात में प्रचार कार्यों में लगे बड़े नेता आतंकी हमले का टारगेट बन सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले से आतंकी संगठनों की हिट लिस्ट में रहे हैं. गुजरात में कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की जनसभाओं पर भी खतरा है. इनके अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आतंकियों के निशाने पर हैं.
कोस्ट गार्ड सतर्क, मछुआरों को भी चेताया
खुफिया इनपुट के बाद कोस्ट गार्ड सतर्क हो गया है. गुजरात के पास देश की समुद्री सीमा में निगरानी और गश्त बढ़ा दी गई है. इसके अलावा किनारे पर रिजर्व काम्बैट टीम को भी हर स्थिति के लिए तैयार रखा गया है. निगरानी के लिए अतिरिक्त युद्धपोत, हेलीकॉप्टर और हाई स्पीड बोट भी लगाई गई हैं. समुद्र में मछली मारने वाले मछुआरों को भी कोस्ट गार्ड ने चेताया है कि कोई भी संदिग्ध नौका दिखने पर तत्काल सूचित करें.
पूछताछ में भी मिली थी जानकारी
खुफिया विभाग के मुताबिक, चुनाव से पहले भी आतंकियों की साजिश विफल की जा चुकी है. 25 अक्टूबर को गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े ISIS के दो आतंकियों ने कबूल किया था कि उन्हें एक धर्मस्थल पर धमाके करने की जिम्मेदारी मिली थी. उनकी नीयत धार्मिक उन्माद फैलाने की थी.