शिमला. हम किसान परिवार से हैं, हमने कभी भी बड़े पद की लालसा नहीं रखी. पार्टी ने जो भी जिम्मा सौंपा उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाया. आगे भी जो जिम्मा सौंपा जाएगा, उसे निभाने के लिए पूरी तरह तैयार है. यह कहना है हिमाचल मे मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार, युवा व तेजतर्रार, पांचवी बार सिराज विधानसभा क्षेत्र से विजयी होकर आए विधायक जयराम ठाकुर का. 1992 में छात्र राजनीति से राजनीति में पदार्पण करने वाले जयराम ठाकुर 1998 में पहली बार विधानसभा पहुंचे.
इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर व अन्य राज्य में संगठन का कार्य करते रहे. इस दौरान कई अहम पदों पर आसीन रहने के साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए गुटबाजी के भंवर में फंसी भाजपा को नई दशा व दिशा देकर एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई. साल 2009 में पहली बार हिमाचल प्रदेश के मंत्री बने. तत्पश्चात 2012 में विपक्ष में विधायक रहे.
सरल, साधारण, कर्तव्यनिष्ठा व्यक्तित्व के साथ ही मिलनसार व सादगी से परिपूर्ण जयराम ठाकुर आज भाजपा के फायर ब्रांड लीडर बनकर उभरे हैं. नतीजतन आज प्रदेश व राष्ट्र भाजपा नेतृत्व के साथ ही हिमाचल की आम जनता उन्हें हिमाचल प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है. जयराम ठाकुर की केंद्रीय नेतृत्व पार्टी हाइकमान व प्रदेश नेतृत्व व संगठन में मजबूत पकड़ के चलते उन्हें मुख्यमंत्री पद का सबसे सशक्त चेहरा माना जा रहा है. पंचायत टाइम्स की ब्यूरो प्रमुख सीमा शर्मा ने उनसे बातचीत की. पेश है उनसे बातचीत के अंश…
आपने मंडी सिराज से एतिहासिक जीत दर्ज की है, किसको श्रेय देंगे?
जीत का श्रेय जनता को जाता है जिन्होंने पार्टी पर विश्वास जताया है. जनता का सहयोग मिलना बड़ा ही महत्वपूर्ण है. साथ ही देश व प्रदेश में पार्टी का नेतृत्व को भी बड़ा श्रेय जाता है.
आप पांचवी बार विधायक चुन कर आए है, सिराज क्षेत्र व प्रदेश के कौन से कार्य प्राथमिकता पर रहेंगे?
सिराज के लोगों ने पांचवीं बार सेवा का मौका दिया है. सबसे पहले इस क्षेत्र में सड़कों की कमी को प्राथमिकता के आधार पर बढ़ाएंगे. पर्यटन की दृष्टि से भी इस क्षेत्र को विकसित किया जाएगा. प्रदेश को आर्थिक दृष्टि से संसाधन जुटाने व खड़ा करने के लिए कार्य किए जाएंगे. इसके लिए प्रदेश में पर्यटन की दिश में काम करने का प्रयास किया जा सकता है कोशिश रहेगी कि विकास गांव तक पहुंचे.
केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार है, कितना फायदा मिलेगा?
सबसे बड़ी बात यही है कि प्रदेश में कांग्रेस थी और केंद्र में भाजपा. इस वजह से केंद्र की अधिकांश योजनाएं राज्य में पूरी नहीं हो सकीं. प्रदेश सरकार ने केंद्र से मिलने वाली बड़ी योजनाओं पर काम करने की रुचि ही नहीं दिखाई. अब जब दोनों जगह भाजपा की सरकार है तो हम जितना अधिक हो केंद्र से हिमाचल के लिए लाभ उठाएंगे.
आपका ड्रीम प्रोजेक्ट क्या है?
ड्रीम प्रोजेक्ट की बात करें तो प्रधानमंत्री ने जिस स्वच्छता अभियान को देश में चलाया था, उसे आगे बढ़ाया जाएगा. स्वच्छता की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश पहले भी आगे बढ़ा है. देश में सिक्किम के बाद हिमाचल दूसरा ऐसा राज्य है जो निर्मल राज्य है. यहां पर्यटन की बहुत अधिक संभावनाएं हैं. नेशनल हाइवे व फोरलेन इस काम को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे. बेरोजगारी दूर करने के लिए क्या किया जाएगा? हिमाचल में पर्यटन की अपार क्षमताएं है. जिसका अब तक दोहन नहीं हो पाया है. हमारी सरकार प्रयास करेगी कि पर्यटन की दृष्टि से
विशेष योजनाएं बनाकर उस पर काम करें ताकि ज्यादा से ज्यादा बेरोजगारों को उनके घर द्वार पर रोजगार मिल सके.
तो क्या अब तक पर्यटन पर कार्य नहीं हुआ?
कार्य तो हुआ है लेकिन उस स्तर पर नहीं. ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की दशा अभी भी नहीं सुधरी है. सड़कों का चौड़ीकरण व नई सड़कों का निर्माण साथ ही उनका सही रखरखाव करना होगा. ताकि पर्यटकों को सुविधाएं मिल सके. पर्यटन स्थलों को भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करना होगा.
एनजीटी ने तो कई स्थानों पर पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगा रखी है, उसे लेकर क्या करेंगे?
एनजीटी मामले पर बात करेंगे और केंद्र से भी मामला उठाएंगे. वर्तमान सरकार ने कुछ कमी छोड़ी थी और पर्यटन स्थलों पर अंधाधुंध निर्माण के साथ ही सुविधाएं न के बराबर थी. हर तरफ गंदगी फैली थी जिस कारण पर्यावरण पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा था. एनजीटी से मामला उठाएंगे और समस्या का समाधान किया जाएगा.
क्या हिमाचल में उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा?
मुझे लगता है कि इस पहाड़ी राज्य में उद्योगों की बजाय पर्यटन को बढ़ावा देना होगा. प्रकृति ने इस पहाड़ी प्रदेश को नैसर्गिंक सौंदर्य से भरपूर बनाया है. जहां जरूरत होगी वहां आवश्यकतानुसार उद्योग भी स्थापित होंगे.
पार्टी हाइकमान यदि आपको मुख्यमंत्री बनाते है तो क्या आप तैयार है?
हमने कभी पद की लालसा नहीं की. मुख्यमंत्री कौन बनेगा यह फैसला पार्टी हाइकमान करता है. केंद्रीय आलाकमान मुझे जो भी जिम्मेदारी देगा, उसे निभाया जाएगा.
प्रदेश कर्ज तले दबा है, आर्थिक मजबूती के लिए क्या किया जाएगा?
सरकार गठन के बाद ही सभी अधिकारी व नेता मिलकर प्रदेश को आर्थिक तौर पर मजबूर करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे. केंद्र व राज्य दोनों जगह भाजपा सरकार है, तो मिलकर इस आर्थिक तंगी को दूर किया जाएगा.