मंडी. ननागचला से मनाली तक बनने जा रहे फोरलेन में जो परिवार विस्थापित हो रहे हैं उन्हें बिना मुआवजे के ही मकान खाली करने के नोटिस थमाए जा रहे हैं. प्रभावित होने जा रहे इन परिवारों ने आज डीसी मंडी के साथ बैठक में इस बात को प्रमुखता से उठाया. फोरलेन प्रभावित संघर्ष समिति और बेरोजगार मोर्चा के सदस्यों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर डीसी मंडी के साथ मुलाकात की और समस्याओं के समाधान की गुहार लगाई.
फोरलेन प्रभावित संघर्ष समिति के अध्यक्ष ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने बताया कि भूमि अधिग्रहण कानून के तहत विस्थापितों के पुर्नवास और पुर्नस्थापन का प्रावधान है लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कार्य नहीं हो सका है.
उन्होंने कहा, “हैरानी की बात तो यह है कि फोरलेन में जिन परिवारों को घर से बेघर होना पड़ रहा है उन्हें बिना मुआवजे के ही घर खाली करने का नोटिस दिया जा रहा है. ऐसे में प्रभावितों को यह समझ नहीं आ रहा कि वह जाएं तो जाएं कहां, क्योंकि नया घर बनाने में भी कम से कम एक वर्ष का समय बीत जाता है. वहीं, जो लोग फोरलेन के कारण बेरोजगार हो रहे हैं उनके रोजगार की दिशा में भी कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है.”
ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने बताया कि डीसी मंडी मदन चौहान ने प्रभावितों की सभी बातों को ध्यान से सुनने के बाद इस पर सकारात्मक कार्रवाही का भरोसा दिलाया है.