मंडी. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मंडी में सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. जहां उन्होंने कार्य संस्कृति का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए. सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि काम करने के तरीके को बदलने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि रोजमर्रा के कार्यों के साथ-साथ विभाग को जिला के लिए नई परियोजनाओं को तैयार करने के लिए काम करना चाहिए. सभी मामलों में प्रस्तावों को पूरा करके प्रस्तुत करना चाहिए ताकि संबंधित मंत्रालय सुधारों अथवा संशोधनों के लिए वापिस किए बिना इन्हें स्वीकृति प्रदान कर सके.
हर घर में हो पानी का नल
मुख्यमंत्री ने कहा कि “हम चाहते हैं कि हर घर में पानी का नल हो. इस वर्ष वर्षा और बर्फबारी न होने के कारण राज्य को सूखे जैसी स्थिति के कारण पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि विभाग को प्रत्येक परिस्थिति का सामना करने के लिए अभी से तैयार रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि यदि कुछ हफ्तों अथवा महीने तक मौसम की ऐसी ही स्थिति रहती है तो जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं.
नियमित रूप से सफाई व क्लोरीनेशन
जय राम ठाकुर ने कहा कि विभाग को और अधिक हैंडपंप स्थापित करने की संभावनाओं का पता लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही यदि वर्षा अथवा बर्फबारी नहीं होती है तो पानी के टैंकों की व्यवस्था समय रहते कर लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पानी का स्तर तेजी से घट रहा है और यह गंभीर चिंता का विषय है. बदलती जलवायु परिस्थितियों के कारण हमें जलाश्यों की नियमित रूप से सफाई व क्लोरीनेशन करने की आवश्यकता है.
ई भी टैंक बिना क्लोरीनेशन व सफाई के न छूटे
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी क्षेत्र विशेष से कोई पीलिया का मामला सामने आता है तो विभाग को तुरंत जलापूर्ति के स्रोत की जांच करनी चाहिए. उन्होंने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित करें कि पानी का कोई भी टैंक बिना क्लोरीनेशन व सफाई के न छूटे.
मल उपचार संयंत्रों का रखरखाव करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने विधायकों के सुझावों का पालन करने के भी निर्देश दिए और कहा कि विधायक प्राथमिकता की सभी योजनाओं को महत्व दिया जाना चाहिए. उन्होंने मल उपचार संयंत्रों का रखरखाव करने के निर्देश दिए और कहा कि प्राय: देखा गया है कि कुछ स्थानों पर मल उपचार संयंत्र क्रियाशील नहीं हैं और उन्हें शीघ्र शुरू करने की आवश्यकता है, जिसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इन उपचार संयंत्रों को क्रियाशील बनाने के निर्देश दिए.