नई दिल्ली. झारखंड (Jharkhand) देश का एक ऐसा राज्य है जिसको अलग राज्य बने हुए अभी तक मात्र 24 वर्ष हुए है लेकिन प्रदेश में अभी तक 10 बार मुख्यमंत्री के लिए शपथ ग्रहण हो चुका है. 2000 में बिहार से अलग होकर बने झारखंड को कोयले, लोहे एवं तांबा की खादानों एवं आदिवासी बहुल क्षेत्रों के लिए जाना जाता है.
एक बार फिर से बदलाव
झारखंड एक बार फिर से खबरों में है, प्रदेश में एक बार फिर से मुखिया का बदलाव होने जा रहा है. 2 फरवरी को तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरने की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी को प्रदेश के मुखिया की जिम्मेवारी संभालने वाले चम्पाई सोरेन ने 3 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, इसके साथ ही हाल ही में जमानत पर छूटे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का फिर से राज्य की सत्ता पर काबिज होने का रास्ता साफ हो गया है. हेमंत सोरेन 4 जुलाई को सीएम पद की शपथ लेंगे.