सरायकेला-खरसावां. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आदिवासियों की जमीन न छिने जाने की वकालत की है. भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल 2017 को भारत सरकार की ओर से पुनर्विचार के लिए प्रदेश सरकार को वापस करने पर खुशी जाहिर की है. जिसमें झामुमो नगर अध्यक्ष मंटू महतो की अध्यक्षता में आदित्यपुर में एक विजय जुलूस निकाला गया.
महतो ने कहा कि झारखंड सरकार लगातार राज्य के किसानों की जमीन हड़पने का प्रयास कर रही है. सीएनटी, एसपीटी कानून में परिवर्तन करके आदिवासियों की जमीन को हथियाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि झामुमो ने इसका विरोध सड़क से लेकर सदन तक किया. जिसके बाद राज्यपाल ने जनमानस की भावना को समझते हुए इस बिल को वापस कर दिया था. उन्होंने कहा कि इस कदम से आदिवासियों की जमीन छिनने से बच गई.
कृषि विभाग ने अपनी आपत्ति जताई थी
महतो कहते हैं कि जब राज्यपाल ने बिल को वापस भेज दिया तो मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक-2017 को पारित कराने का प्रयास किया. जिसपर कृषि विभाग ने अपनी आपत्ति जताई थी. नगर अध्यक्ष ने बताया कि कृषि विभाग के आपत्ति पर भारत सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल 2017 को पुनर्विचार के लिए वापस भेजा गया है. जुलूस ईमली चौक से एस टाइप पहुंची. वहां से फिर ईमली चौक स्थित झामुओ कार्यलय वापस आकर जुलूस समाप्त हुआ. इस जुलूस में डब्बा मांझी, मनोहर कर्मकार, डोको चाकी, सपन महतो, फागु हांसदा, परमेश्वर प्रधान आदि शामिल थे.