जोगिंद्रनगर (मंडी). हबर्ल गाडर्न में द्रव्यगुण एंव औषधीय पौध उत्कृष्ठता केन्द्र परियोजना जोगिंद्रनगर के तहत किसानों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन बुधवार से आरम्भ किया गया. शिविर में उपस्थित किसानों को आयुर्वेद कॉलेज पपरोला द्रव्यगुण विभाग के नवनीत शर्मा ने औषधीय पौधों की पहचान के विज्ञानिक तरीकों पर व्याख्यान दिया.
व्यवसायिक महत्व के पौधों के संदर्भ में जानकारी
आयुष मंत्रालय भारत सरकार के सुविधा केन्द्र के क्षेत्रिय निदेशक डॉ. अरूण चंदन ने औषधीय पौधों की खेती को वास्तविक्ता बनाने के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी मुहैया करवायी. अनुसंधान संस्थान के प्रभारी उज्जवल शर्मा ने जोगिंद्रनगर के व्यवसायिक महत्व के पौधों के संदर्भ में जानकारी दी.
केन्द्र सें सम्पर्क करके अधिक लाभ उठा सकते हैं
द्रव्यगुण उत्कृष्ठता केन्द्र परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. पंकज पालसरा ने कहा कि परियोजना के तहत हरड, तुलसी, वर्वरी तुलसी, सर्पगन्धा, कढीपत्ता पौधों के कृषिकरण एंव विपणन का ज्ञान किसानों को इन तीन दिवसीय शिविर में दिया जाएगा. डॉ. पालसरा ने आशा व्यक्त की कि जड़ी बूटीयों के कृषि करण में इच्छुक उनके केन्द्र सें सम्पर्क करके अधिक से अधिक लाभ उठा सकते हैं.