जोगिंद्रनगर (मंडी). जोगिंद्रनगर उपमंडल की ग्राम पंचायत तुलाह में क्षेत्र के लगभग तीन हजार लोग दुषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं. विभाग जहां से पेयजल की आपुर्ति लोगों के लिए कर रहा है उससे क्षेत्र की जनता की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंच रही है. पूर्व प्रधान ने विभाग पर जनता को दुषित पेयजल उपलब्ध करवाने का आरोप लगाया है. विभागीय अधिकारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की जोर दार मांग की है. लोगों का कहना है कि उन्हें शमशान घाट का पानी पीना पड़ रहा है.
आपराधिक मामला दर्ज
पंचायत के चुगा, कोठी, तुलाह, बसनोड़, ठारा, डली बघैर, खोहर, रक्तल, गुलाणा और सन्हाली गांवों के लगभग 3 हजार आबादी को दूषित पेयजल की आपूर्ति की बात सामने आ रही है. आरोप लगाते हुए विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता, सहायक अभियन्ता और अधिशाषी अभियन्ता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग थाना प्रभारी जोगिंद्रनगर से की गई है.
तुलाह रक्तल उठाऊ पेयजल योजना
थाना प्रभारी जोगिंद्रनगर को लिखित शिकायत में तुलाह पंचायत के पूर्व प्रधान रणजीत सिंह चौहान ने समस्या की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पंचायत के उपरोक्त गांवों में चुगा शमशान घाट के पास से ही पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. चौहान के अनुसार तुलाह पंचायत के कोठी गांव को मगरनाला से प्राकृतिक बहाव योजना तथा अन्य सभी गांवो के लिए बैरू नाला के गेाखू से प्राकृतिक बहाव योजना के तहत आपूर्ति की जाती है. कहा गया कि तुलाह पंचायत की आबादी के लिए लगभग 15 वर्ष पूर्व शुरू की गई तुलाह रक्तल उठाऊ पेयजल योजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है.
लोगों की सेहत से खिलवाड़
गर्मियों में पानी की किल्लत होने पर इस उठाऊ पेयजल योजना का पानी उपरोक्त दोनों प्राकृतिक बहाब योजनाओं के भंडारण टैंकों में डाल दिया जाता था. इन फिल्टर टैंकों के खराब होने के कारण और वर्ष 2017 में ब्यास नदी में पानी उठाने के स्थान पर ल्हासा गिरने के कारण विभाग ने अपनी सहूलियत के लिए पानी उठाने वाले पम्प को पुरानी जगह से हटा कर शमशान घाट के बिल्कुल करीब ही जोड़ दिया. जिस कारण वहां पानी दूषित हो रहा है तथा विभाग लोगों को दूषित पानी की आपूर्ति कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहा है.
“फिल्टर टैंक के माध्यम से ही आपूर्ति”
लोगों की धार्मिक भावनाओं से भी खिलवाड़ हो रहा है. रणजीत चौहान ने आपराधिक मामला दर्ज कर उचित कार्रवाई करने की मांग पुलिस से की है. उधर जब इस संदर्भ में विभाग के सहायक अभियंता धर्म चंद रावत लडभड़ोल से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा लोगों के स्वास्थय का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. तथा ब्यास नदी के पानी को फिल्टर टैंक के माध्यम से ही आपूर्ति की जा रही है.