धर्मशाला(कांगड़ा). धर्मशाला स्थित तपोवन विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान स्वच्छता अभियान की कलई खुलती नजर आई. विधानसभा परिसर के गेट नंबर 2 के बाहर लोगों के लिए शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. लोगों को मजबूरी वश खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है. इस अव्यवस्था ने प्रशासन की नाकामियों को उजागर दिया है.
मोबाइल शौचालय का भी प्रबंध नहीं
तीन महीने पहले ही केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ग्रामीण स्वच्छता के लिए देश भर में जिला कांगड़ा को अव्वल जिला का पुरस्कार दिया था. लेकिन शीतकालीन सत्र के दौरान गेट के बाहर लोगों के लिए मोबाइल शौचालय का भी प्रबंध प्रशासन नहीं कर सका है.
यहां घंटो इंतजार करना पड़ता है
विधानसभा सत्र के दौरान काफी भीड़ होने के कारण लोगों को गेट के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है और अगर शौच लगे तो उनको बाहर जंगल में जाना पड़ता है. गेट नम्बर 2 से मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री नहीं आते हैं. इस गेट से सिर्फ विधायक एवं आम जनता का आना-जाना होता है. शौचालय नहीं होने से यहां आने वाले महिलाओं और पुरुषों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अपनी समस्याओं को लेकर सरकार के नुमाईन्दों से मिलने के लिए लोगों को यहां घंटो इंतजार करना पड़ता है. नई सरकार को इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए और शौच कि व्यवस्था करवानी चाहिए.