नई दिल्ली. भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा केरल में राजनीतिक हत्या के विरोध में हो रही ‘जनरक्षा यात्रा’ का समापन हो गया है. समापन के मौके पर पहुंचे अमित शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि माकपा की सरकार आने के बाद उनके ही राज में आरएसएस के 13 कार्यकर्ताओं की हत्या हुयी है, मैं केरल के मुख्यमंत्री से पूछता हूं, क्या वह इन कार्यकर्तोओं की हत्या की नैतिक जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं.
शाह ने आगे बोलते हुए कहा कि माकपा को लगता है कि आजादी के 70 वर्ष बाद बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं को हिंसा से खत्म किया जा सकता है, तो ऐसा नहीं है.
अमित शाह ने मुख्यमंत्री पी. विजयन को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में हुई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या बर्दाशत नहीं की जाएगी. भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं के हत्या के विरोध में निकली जन रक्षा यात्रा में अमित शाह ने साफ कर दिया कि भाजपा केरल में अपनी जड़े जमाने के लिए माकपा से टकराने के लिए तैयार है.
मालूम हो कि केरल में हुए आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले के विरोध में जन रक्षा यात्रा निकाली गयी थी. अमित शाह ने कहा कि यह सबसे बड़ा पैदल मार्च है. इसके अलावा उन्होंने ‘जनरक्षा यात्रा’ को आजादी के बाद का सबसे बड़ा मार्च बताया और कहा कि ए राजनीतिक हिंसा को समाप्त करेगा.
बता दें जनरक्षा यात्रा कुन्नूर में शुरू की गयी थी और आज तिरुवनन्तपुरम में खत्म हुई है. यह यात्रा 11 जिलों से गुजरी है.