प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को साबरमती आश्रम से संबोधन करते हुए गोरक्षा के नाम पर की जा रही हिंसा पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं की जाएगी. हाल में गोरक्षोकों द्वारा किये गये हमलों और विरोध प्रदर्शनों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह बयान दिया.
हालांकि इससे पहले अगस्त 2016 में भी प्रधानमंत्री ने इस तरह का बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि गोरक्षा के नाम पर जो हल्ला मचा रहे हैं उनमें से 80 प्रतिशत लोग असामजिक तत्व हैं. मोदी के मुताबिक ये लोग दिन में गोरक्षक का चोला पहने हुए रहते हैं और रात में आपराधिक गतिविधियों अंजाम देते हैं.साथ ही कहा कि देश के किसी भी नागरिक को कानून अपने हाथ में लेने का हक़ नहीं है.
महात्मा गांधी के गुरू श्रीमद राजचंद्रजी की 150वीं जयंती के मौके पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि दूसरों के खिलाफ हिंसा महात्मा गाँधी के आदर्शों के खिलाफ है. वहीं गोरक्षा ने नाम पर लोगों की हत्या महात्मा गाँधी कभी स्वीकार नहीं करते.
प्रधानमंत्री ने लोगों से यह अपील कि सब मिलकर काम करते हैं और बापू के सपनों का देश बनाते हैं. हम एक ऐसे भारत का निर्माण करते हैं जिसपर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को गर्व हो.
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की बात करें तो 2014 से लेकर अबतक भी या स्वयम्भू संगठन के नाम पर अब तक मुसलमानों पर 32 हमले हो चुके हैं जिसमें 23 लोगों की जान जा चुकी है.